जींद के पांडू पिंडारा में हरियाणा नंबरदार एसोसिएशन की राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन शनिवार को जिला प्रधान मनजीत बूरा की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें नंबरदारों ने सरकार को कौरव और खुद को पांडव बताते हुए जींद के पिंडारा की धरती से सरकार का पुरजोर विरोध शुरू किया।
इस अवसर पर राज्य प्रधान जिले सिंह ने कहा कि नए नंबरदारों की नियुक्ति पर रोक व सरबरा नंबरदार नहीं बनाए जाने से प्रदेश के सभी लोग परेशान हैं। रोजमर्रा की जिंदगी में नंबरदार बड़ी भागीदारी रखता है, जो कि सरकार द्वारा घोषित योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में सरकार का बड़ा सहयोग करता है।
कई गांव में नंबरदार जीवित नहीं बचे
वहीं बैठक में मनजीत बूरा ने कहा कि गांव व शहरों में जितने भी नंबरदार सरकार द्वारा नियुक्त किए जाते हैं, वह अपने क्षेत्रों के अनुसार नियुक्त किए जाते हैं, कई गांव में नंबरदार जीवित नहीं बचे हैं। ऐसे में उन गांव के लोगों को तो भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि दूसरे गांव के नंबरदार या दूसरी पत्ती के नंबरदार शिनाख्त या विरासत संबंधित कार्य करने में असमर्थ रहता है।
पंचायतों में फैसले निष्पक्ष व उचित होते है
उन्होंने कहा कि नंबरदार गांव में होने वाली पंचायतों में बोलता व फैसले देता है, वह निष्पक्ष व उचित होते हैं, उसे वोट की आवश्यकता नहीं होती। वह वोट की राजनीति से दूर है, इसलिए नए नंबरदार की नियुक्ति अति आवश्यक है। ऐसे में हरियाणा नंबरदार एसोसिएशन मांग करती है कि नए नंबरदारों की नियुक्ति की जाए। 60 से 75 वर्ष के बीच के नंबरदारों की मेडिकल जांच बंद की जाए।
चुनाव में सरकार को भुगतना पड़ेगा परिणाम
75 वर्ष से अधिक आयु के हटाए गए नंबरदारों को बहाल किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही नंबरदारों की मांग पूरी नहीं की गई तो आने वाले चुनाव में सरकार को इसका परिणाम भुगतना पडे़गा। इस मौके पर भीम सिंह सैनी, धर्मवीर, रामफल, नफे सिंह, बलवीर, सुरेश कटारिया, अंजीर, राजेंद्र, राजेश, रामपाल, सोनू, विनोद, शमशेर, जय भगवान व विजेंद्र भी मौजूद रहे।