जींद के नरवाना में एडीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने एसडी पब्लिक स्कूल से साइक्लोथॉन को हरी झंडी दिखाकर उचाना उपमंडल के लिए रवाना किया। साइक्लोथॉन के माध्यम से प्रदेशभर में नशे के खिलाफ एक अच्छा संदेश जा रहा है। साइकिल यात्रा से घर-घर में नशामुक्ति का संदेश पहुंच रहा है।
साइकिल यात्रा की रवानगी के समय नरवाना के एसडीएम अनिल कुमार दून, डीएसपी अमित भाटिया, नायब तहसीलदार सुरेंद्र भारद्वाज, बीडीपीओ हनीश कु मार, एसएमओ डॉ. देवेन्द्र बिंदलिश, बीईओ डॉ. ज्योति श्योकंद भी मौजूद रहे।
जानवर भी दे रहे लोगों को नशा नहीं करने का संदेश
नरवाना से जब यात्रा शुरू हुई तो साथ में एक कुत्ता भी चला। एडीसी डॉ. हरीश कुमार ने बताया कि इस कुत्ते ने छह किलोमीटर यात्रा की। प्रशासनिक अधिकारियों ने लगभग 70 किलोमीटर दूरी तय की। उन्होंने कहा कि लोगों को समझ जाना चाहिए कि अब जानवर भी लोगों को नशा नहीं करने का संदेश दे रहे हैं। इसलिए अपने परिवार और समाज में सम्मान पाना है तो नशा छोड़ना होगा।
घर-घर पहुंच रहा नशा-मुक्ति का संदेश
रैली को रवाना करते हुए एडीसी डॉ. हरीश वशिष्ठ ने कहा कि साइक्लोथॉन के माध्यम से प्रदेशभर में नशे के खिलाफ एक अच्छा संदेश जा रहा है। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर से जींद में रैली प्रवेश के समय गांव दर गांव भारी संख्या में ग्रामीण स्वागत के लिए आ रहे हैं। इसका साफ संकेत है कि नशामुक्त समाज का संदेश घर-घर पहुंच रहा है। उन्होंने रैली में शामिल युवाओं समेत स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों को आह्वान किया कि वह अपने जीवन में नशा ना करने और स्वस्थ जीवन शैली जीने का संकल्प लें।
युवा दें खेल, साइकिलिंग और जिम जैसी गतिविधियों पर ध्यान
नशामुक्त साइकिल रैली का मकसद आमजन को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना है। आज नशा एक ऐसी बीमारी है जो युवा पीढ़ी को लगातार अपनी चपेट में ले रहा है। शराब सिगरेट तंबाकू एवं अलग-अलग तरह के ड्रग्स जहरीले पदार्थों का सेवन करके युवा वर्ग नशे का शिकार हो रहा है। नशा एक ऐसी बीमारी है, जिसकी गिरफ्त में आकर व्यक्ति दिन-प्रतिदिन इस दलदल में धंसता चला जाता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को खेल गतिविधियां, साइकिलिंग और जिम जैसी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। ऐसा करने से हमारा तन और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे।