Jind के ढाठरथ गांव स्थित एक मान्यता प्राप्त निजी पशु गृह से 180 चूहे, 3500 चुहिया और उनके फीड के 12 कट्टे चोरी हो गए। इस चोरी के आरोप में पशु गृह के मैनेजर सुनील और बिरौली निवासी संजय के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
चूहों पर चोरी के आरोप पहले भी आते रहे हैं। अक्सर चूहे शराबी और गजेरी (हवाला) के रूप में पहचाने जाते हैं। इन पर कभी सरकारी शराब पीने तो कभी बांधों को खोदकर बाढ़ लाने के आरोप लगाए गए हैं। ऐसे में इनकी छवि हमेशा विवादों से जुड़ी रही है।
पटना में कीमती हीरे की चोरी
चूहों के बारे में एक और दिलचस्प और अजीब मामला सामने आया था जब कुछ साल पहले पटना में चूहे ने कीमती हीरे चुरा लिए थे। यह घटना उस समय चर्चा में आई थी और चूहों की चोरी की गंभीरता को और भी बढ़ा दिया था।
राजेश, जो कि इस पशु गृह के मालिक हैं, ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि 17 दिसंबर को जब उनके मैनेजर ने पशु गृह का निरीक्षण किया तो उसने पाया कि 180 चूहे और 3500 चुहिया गायब हैं। साथ ही, उनके फीड के 12 कट्टे भी कम पाए गए। इसके बाद, मैनेजर ने चूहों और फीड की चोरी की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरा की मदद से जांच शुरू की।
चोरी का खुलासा कैसे हुआ?
19 दिसंबर को सुनील ने देखा कि 12 कट्टे फीड के एक छोटे कैंटर में लोड किए जा रहे थे। उसने कैंटर का पीछा किया और पता चला कि यह फीड बिरौली निवासी संजय के पास जा रहा था। संजय ने पेट्रोल पंप पर फीड को अपनी गाड़ी में लोड किया।
राजेश ने आरोप लगाया कि सुनील और संजय की मिलीभगत से ही यह चोरी हुई है। पिल्लूखेड़ा थाना पुलिस ने शिकायत के आधार पर दोनों के खिलाफ चोरी और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
पिछले मामलों से है चूहों का पुराना रिश्ता
दिलचस्प बात यह है कि चूहे पर पहले भी चोरी के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब चूहे और चूहिया ही चोरी हो गए हैं। इससे पहले चूहों को शराबी और गजेरी (हवाला) बताया जाता था। कई बार चूहे सरकारी शराब पीने और बांधों को खोदने के आरोपों में भी शामिल रहे हैं, जिससे बाढ़ आ जाती है। इससे पहले पटना में भी एक अजीब घटना घटी थी, जिसमें चूहे ने कीमती हीरे चुरा लिए थे। पुलिस अब इस अनोखी चोरी की जांच कर रही है और दोषियों को सजा दिलाने के लिए कदम उठा रही है।