हरियाणा के जींद में जिलेभर के सरपंच एक बार फिर सरकार के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। बुआना गांव में 23 सितंबर को कृषि मंत्री जेपी दलाल का कार्यक्रम प्रस्तावित है। जिस पर सरपंचों ने कृषि मंत्री के कार्यक्रम का विरोध करने का ऐलान किया है। इसको लेकर एक दर्जन से ज्यादा गांव के सरपंचों ने उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा से मुलाकात की है। साथ ही उपायुक्त को ज्ञापन देकर कृषि मंत्री के कार्यक्रम को रद्द करवाने की मांग की है।
इससे पहले सरपंच एसोसिएशन के जिला प्रधान संजीव बुआना कई गांवों के सरपंचों के साथ लघु सचिवालय पहुंचे। उन्होंने उपायुक्त को कहा कि गांव बुआना में 23 सितंबर को कृषि मंत्री जेपी दलाल का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। जिसका ग्राम पंचायत विरोध करती है। गांव बुआना के सरपंच का कहना है कि अगर गांव में कृषि मंत्री के आने पर किसी तरह का विवाद होता है तो इसकी जिम्मेदारी कृषि मंत्री और सरकार की होगी। कार्यक्रम के चलते किसी भी प्रकार के विवाद में उनका और ग्रामीणों का कोई मतलब नहीं रहेगा और न ही ग्राम पंचायत इसे सहन करेगी।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री और प्रशासन अपने स्तर पर कार्यक्रम की जिम्मेदारी लें। उन्होंने ग्राम पंचायत के लैटरपैड पर लिखकर गांव में कृषि मंत्री का कार्यक्रम को लेकर जगह नहीं देने की बात भी कही है। इस मौके पर कुलदीप पिंडारा, सुधीर, अनूप कंडेला, बिजेंद्र, नरेश, जयपाल, रणबीर, ऋषिपाल हैबतपुर, कुलदीप, राजकुमार, सतीश और संदीप घिमाना मौजूद रहे।
सरपंच और आमजन को कार्यक्रम रोकने की नहीं मंजूरी
इस मामले में उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा का कहना है कि 23 सितंबर को कृषि मंत्री के कार्यक्रम में अगर किसी ने भी बाधा डालने का प्रयास किया तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। किसी भी गांव में सरपंच या फिर आमजन को किसी कार्यक्रम को रोकने की मंजूरी नहीं होती। जनता की भलाई के लिए सरपंच को मंत्री के कार्यक्रम में बाधा डालने का कोई अधिकार नहीं है।