हरियाणा के जींद जिले के उचाना में एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ गंभीर आरोप उठाए गए। आरोपी प्रिंसिपल को 142 छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया था। सरकार ने मामले में कड़ा कदम उठाते हुए प्रिंसिपल को बर्खास्त कर दिया है और उन्हें जेल भेजा गया है। मामले की गहन जांच के लिए विशेष जांच टीम की गठन की गई।
बता दें कि सीएम मनोहर लाल ने शिक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद आरोपी प्रिंसिपल की बर्खास्तगी को मंजूरी दी है। यह कार्रवाई संविधान के अनुच्छेद 311 (बी) के तहत की गई है। छात्राओं के दिए गए बयानों के आधार पर सरकार ने यह कदम उठाया है। आरोपी प्रिंसिपल द्वारा छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार के आरोपों के बाद स्कूल में नई महिला प्रिंसिपल और 16 नए स्टाफ की नियुक्ति की गई है। एक सरकारी स्कूल की छात्राओं ने राष्ट्रपति, राज्यपाल, और महिला राज्य आयोग को एक शिकायत पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने बताया था कि प्रिंसिपल छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार करते हैं।
पॉक्सो एक्ट, छेड़छाड़ और अन्य कानूनी धाराएं लगाई
मामले के बाद प्रिंसिपल को बर्खास्त किया गया और उनके खिलाफ पॉक्सो एक्ट, छेड़छाड़ और अन्य कानूनी धाराएं लागू की गईं, उन्हें गिरफ्तार किया गया और जेल भेजा गया। प्रिंसिपल के खिलाफ एक विशेष टीम को जांच पर लगाया गया था, जिस टीम द्वारा जांच करने के पश्चात रिपोर्ट को सीएम को सौंपा। वहीं जांच में आरोपी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट की धारा भी जोड़ी गई है।

