हरियाणा में भाजपा-जजपा गठबंधन खत्म होने के साथ ही अब पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार को हिसार की नवसंकल्प रैली में अपनी अगली रणनीति का ऐलान करेंगे। चंडीगढ़ में भाजपा सरकार के मुखिया मनोहर लाल के इस्तीफे के समय दुष्यंत चौटाला मंगलवार दिल्ली में ही रहे। भाजपा के नए मुख्यमंत्री नायब सैनी की शपथग्रहण समारोह से पहले दुष्यंत चौटाला ने अपने पिता और जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाक्टर अजय सिंह चौटाला और प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की। जेजेपी के 10 विधायक हैं, जिनमें से पांच टूटकर भाजपा के पाले में खड़े दिखाई दे रहे हैं।
बैठक में विधायक रामकुमार गौतम, रामनिवास सुरजाखेड़ा, जोगिराम सिहाग, ईश्वर सिंह और पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली नहीं पहुंचे। पांचों विधायक दुष्यंत से नाराज हैं। इतना ही नहीं, चार विधायक कल नवनियुक्त सीएम नायब सैनी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में भी मौजूद थे। ऐसे में उनकी भाजपा को समर्थन देने की बात सामने आ रही है। मीटिंग में दुष्यंत चौटाला, अजय चौटाला के अलावा नैना चौटाला, अमरजीत ढांडा, रामकरण काला और अनूप धानक मौजूद थे। मीटिंग के बाद जजपा प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने कहा- पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजय सिंह चौटाला की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में वरिष्ठ नेताओं ने तमाम विषयों पर विचार-विमर्श किया। बैठक में हुई चर्चा की जानकारी अजय चौटाला के जन्मदिन पर होने वाली हिसार लोकसभा की नवसंकल्प रैली में दी जाएगी।
सीमित समय में दिन-रात हरियाणा के हित के लिए लगाए- दुष्यंत चौटाला
गठबंधन टूटने के बाद दुष्यंत चौटाला ने X पर लिखा- “आपने मुझे हरियाणा के उपमुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश की सेवा करने का अवसर दिया, इसको मैं अपना सौभाग्य मानता हूं और हरियाणा के प्रत्येक व्यक्ति का दिल की गहराइयों से आभार प्रकट करता हूं। सीमित समय और सीमित संख्या के साथ हमने दिन रात हरियाणा के हितों की रक्षा के लिए लगाए हैं। हमने हरियाणा के हर वर्ग और हर क्षेत्र के काम सरकार में करवाए हैं।