kaala badaala kee hatya ke aaropee ko seeaeee-2 ne kiya giraphtaar

काला बड़ाला की हत्या के आरोपी को सीआईए-2 ने किया गिरफ्तार, हांसी मां से मिलने आया था सिकंदर फौजी

हरियाणा हिसार

काला बड़ाला मर्डर मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी सिकंदर फौजी को हांसी सीआईए-2 ने गिरफ्तार किया है। हिसार के हांसी में सिकंदर अपनी मां से मिलने के लिए गाड़ी में सवार होकर आया था। सिकंदर पर जनवरी में हिस्ट्रीशीटर काला बड़ाला की हत्या का आरोप है। सिकंदर फौजी सिकंदर नाम से अपनी गैंग खड़ी कर रहा था। जिसने चुड़ामंणी अस्पताल के पार्टनर की हत्या के लिए अपनी गैंग के लोग भेजे थे।

डीएसपी धीरज कुमार के अनुसार 17 जनवरी को गांव जीतपुरा के समीप हुए गैंगवार में जोनी व उसके भाई फौजी सहित 7 आरोपियों ने प्रदीप लोहार उर्फ काला बड़ाला की गाड़ी को टक्कर मारकर उसे रोका और उसे गाड़ी से उतार गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने गाड़ी चालक सुनील के बयान पर जोनी सहित 3 युवकों को नामजद करते हुए 7 के खिलाफ हत्या की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था। हत्या की इस घटना के बाद से ही सिकंदर फौजी पुलिस की लिए चुनौती बना हुआ था। पुलिस इस मामले में जोनी सहित अन्य आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

प्रदीप जमावड़ी की हत्या का बदला लेने के लिए दिया वारदात को अंजाम

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार प्रदीप जमावड़ी की हत्या का बदला लेने के लिए प्रदीप लोहार की मौत को अंजाम दिया गया था। प्रदीप जमावड़ी जोनी और उसके भाई सिकंदर फौजी का अच्छा दोस्ता था। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने पिस्तौल के बल पर एक स्पार्क गाड़ी को छीना था और उसमें सवार होकर भागे थे। कुछ दूरी पर आरोपियों ने स्पार्क गाड़ी को रास्ते में छोड़ दिया था। उसके बाद हिसार में एक गाड़ी को छीनकर राजस्थान भाग गए थे। हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी अलग-अलग फरार हुए थे, ताकि पुलिस की गिरफ्त में न आ सके।

अपने नाम से गैंग खड़ा कर रहा था सिकंदर

सिकंदर फौजी पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ था। काला बड़ाला की हत्या के बाद से ही वह फरार था। पुलिस सिकंदर की गिरफ्तारी के लिए काफी प्रयास कर चुकी थी। अब जाकर पुलिस को कामयाबी मिली है। कुछ दिन पहले ही पुलिस ने सिकंदर गैंग के चार लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इनके पास से 6 पिस्तौल व 31 कारतूस, बुलेट बाइक बरामद की थी। गिरफ्तार किए गए इन चारों आरोपियों ने हिसार में चुड़ामणी अस्पताल कें पार्टनर संजू यादव की हत्या को अंजाम देना था। अपनी प्लानिंग में कामयाब होने से पहले ही हांसी पुलिस ने इनको गिरफ्तार कर लिया था।

आरोपियों को फौजी ने उपलब्ध करवाए थे हथियार

वारदात को अंजाम देने से पहले गिरफ्तार किए गए आरोपियों को सिकंदर फौजी ने हथियार उपलब्ध करवाए थे। सिकंदर अपने नाम से नया गैंग खड़ा करना चाहता था। इसके लिए वह नई उम्र के युवाओं को अपनी गैंग में शामिल कर रहा था। सिकंदर युवाओं को पैसे का लालच देकर अपनी गैंग में शामिल करता था। ऐसे युवा जल्द पैसे कमाने के लालच में ऐसे काम करने को तैयार हो जाते थे।