हरियाणा के कैथल जिले में स्थित बालू गांव की 29 वर्षीय कैप्टन पूनम रानी ने शहादत पाई है। पूनम रानी दिल्ली के आर्मी अस्पताल में चिकित्सक के रूप में कार्यरत थी और वह पिछले 6 साल से सेवा कर रही थी। उनके पिता रामेश्वर फौजी भी पूर्व सैनिक हैं। पूनम को दिल से संबंधित बीमारी थी जिसके कारण उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनकी मौत हो गई।
बता दें कि पूनम रानी रविवार को अपने आर्मी अस्पताल में एक मरीज का इलाज कर रही थीं। इस दौरान उनकी तबीयत खराब हो गई और उन्हें तुरंत और उच्चतम स्तर के इलाज के लिए ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गई और गांव में शोक का माहौल है। पूनम रानी को उनके पैतृक गांव बालू में दोपहर बाद लाया जाएगा, जहां उनके अंतिम संस्कार के लिए समूचे समुदाय के साथ विशेष सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। कैप्टन पूनम रानी ने अविवाहित थीं और उन्हें 8 फरवरी 2017 को भारतीय थल सेना में कैप्टन के पद पर चयन किया गया था। उनके पिता रामेश्वर फौजी के साथ मिलकर यह परिवार ने देश की सेवा में अपना योगदान दिया है।
गांव में दुखद खबर के बाद एकात्म महौल है और परिवार के सदस्यों के साथ-साथ अन्य ग्रामीण भी शहादत के लिए शोक व्यक्त कर रहे हैं। गांव ने अपनी बेटी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उसे आखिरी यात्रा पर भेजने का निर्णय किया है। पूनम रानी के परिवार के सदस्यों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और हम उनके योगदान के लिए आभारी हैं। उनकी शहादत हमें यह याद दिलाती है कि हमें अपने देश के वीर सैनिकों की सदैव समर्पित रहनी चाहिए और उनकी सेवाओं को सम्मानित करना चाहिए।