हरियाणा के कैथल में बैंक से गाड़ी के नाम पर लोन लेकर 17.72 लाख रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपी ने नई गाड़ी खरीदने के लिए बैंक से लोन लिया पर एक कागजों में हेराफेरी कर गाड़ी को बेच दिया और बाईक पर लिया गया लोन दिखाया।
कुरुक्षेत्र रोड पर बने आईसीआईसीआई बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर सुरेंद्र कुमार ने बताया कि आरोपी को नई गाड़ी खरीदने के लिए लोन भी दिया गया पर उसने एक भी किस्त नहीं चुकाई। बैंक मैनेजर सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर किच्छाना निवासी मंजीत के खिलाफ सिविल लाइन थाना में केस दर्ज किया गया हैं।
लोन लेकर नहीं चुकाई एक भी किश्त
शिकायत में बताया गया है कि आरोपित ने साल 2021 में नई इनोवा गाड़ी खरीदने के लिए बैंक से लोन के लिए आवेदन किया था। बैंक की तरफ से सारी कागजी कार्रवाई कर उसे 17.72 लाख रुपये का लोन दे दिया गया था। लोन लेने के बाद आरोपित ने बैंक को एक भी किस्त जमा नहीं करवाई। इस पर बैंक कर्मचारियों ने आरोपी के पास किस्त के लिए फोन किया तो उसने बात करने के लिए मना कर दिया।
लोन के कागजों में कि हेराफेरी
बैंक कर्मी ने बताया कि वो उसके घर गए और नोटिस देकर आए। कुछ समय बाद दूसरा नोटिस भी दे दिया गया था, लेकिन आरोपित ने कोई किस्त नहीं भरी। जब कोई भी किस्त नहीं भरी तो बैंक कर्मचारियों ने आरोपी को वाहन वापस देने के लिए कहा था, लेकिन गाड़ी भी वापस नहीं दी गई। आरोपी ने कुछ लोगों से मिलीभगत करके कागजातों से बैंक के लोन को हटा दिया था।
कार के नाम पर लिखा बाईक का लोने
बैंक कर्मियों ने बताया कि गाड़ी के स्थान पर बैंक से बाईक का लोन दिखाया गया। आरटीआई रिकार्ड में भी कागजात बदलवा दिए गए थे। गाड़ी को किसी दूसरे को बेच दिया। ऐसा करके आरोपित ने बैंक से ठगी की है और आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। कागजातों से भी छेड़छाड करवाई गई है। शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है पुलिस मामले की जांच कर रही है।