Kaithal में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) द्वारा 4.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किए गए पूर्व पार्षद कमल मित्तल की रिमांड के पहले दिन तबीयत खराब हो गई। कोर्ट से अनुमति लेने के बाद एसीबी टीम ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसका इलाज कराया गया। टेस्ट और दवाओं के बाद आरोपी को फिर से रिमांड पर लाया गया है।
व्यापारी से मांगी थी 4 लाख की रिश्वत
पूर्व पार्षद कमल मित्तल को एक व्यापारी से डीसी के नाम पर रिश्वत मांगते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। व्यापारी संदीप गर्ग की शिकायत के आधार पर एसीबी ने कार्रवाई की। मित्तल ने व्यापारी को धमकाया था कि अगर पैसे नहीं दिए तो सरकारी कार्रवाई की जाएगी।
सीएम विंडो और RTI के नाम पर करता था वसूली
आरोपी कमल मित्तल पर आरोप है कि वह आरटीआई और मुख्यमंत्री विंडो पर शिकायत दर्ज करने और फिर उन्हें ‘सेटल’ करवाने के नाम पर मोटी रकम वसूलता था। अब ACB यह पता लगाने में जुटी है कि उसने कितने लोगों से पैसे वसूले और किन अधिकारियों से उसके संबंध हैं।
जमीन और बिल्डिंग को लेकर था विवाद
व्यापारी संदीप गर्ग ने बताया कि उसकी जमीन पर बनी बिल्डिंग को आरोपी की शिकायत पर सील कर दिया गया था। बाद में 5.20 लाख रुपए लेकर कमल ने बिल्डिंग की सील खुलवा दी, लेकिन बाद में फिर शिकायत कर दी। जब व्यापारी ने इस पर सवाल किया तो आरोपी ने कहा कि “कुछ पैसे डीसी के लिए भी देने हैं” और फिर 4 लाख की मांग रखी।
ACB की प्लानिंग से हुआ रंगे हाथों गिरफ्तार
ACB ने प्लानिंग के तहत व्यापारी को 4.20 लाख रुपए देकर आरोपी के बताए होटल में भेजा। जैसे ही पैसे कमल को सौंपे गए, टीम ने उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया।
डीसी का बयान
डीसी प्रीति ने स्पष्ट किया है कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी यदि उनके नाम पर पैसे मांगता है तो उसकी सूचना तुरंत डीसी कार्यालय या समाधान दिवस में दी जाए। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।