(समालखा से अशोक शर्मा की रिपोर्ट) पानीपत के खंड समालखा के गांव मनाना में कान्हा गौवंश रक्षा उपचार एवं कल्याण संस्था ने कुएं में फंसे गौवंश को बाहर निकालकर पुण्य का कार्य किया है। हालांकि गौवंश को सुरक्षित बाहर निकालना काफी चुनौतीपूर्ण रहा। वहीं संस्था के सदस्यों ने सूझबूझ के साथ गौवंश को सुरक्षित बाहर निकालकर लोगों की वाहवाही लूटी। इस दौरान पुलिस अधिकारी, फायर ब्रिगेड कर्मी और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
गौरतलब है कि गांव मनाना वासी एक किसान ने फोन के माध्यम से कान्हा गौवंश रक्षा उपचार एवं कल्याण संस्था को सूचना देकर बताया कि उनके खेत में एक 60 फुट गहरा कुआं है। जिसमें एक गौवंश पिछले कई दिनों से गिरा हुआ है और वह भूखा-प्यासा है। अगर उसे जितना जल्द से जल्द बाहर निकाल लिया जाए तो उसकी जान बचाई जा सकती है। संस्था के प्रधान प्रदीप भापरा मामले को गंभीरता से लेते हुए अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे।

बताया जा रहा है कि कुआं ज्यादा गहरा और आसपास में ज्यादा झाड़ियां होने की वजह से कुएं में गिरे गौवंश को सुरक्षित निकालना चुनौती भरा था, लेकिन टीम ने इस कार्य को स्वीकार करते हुए गौवंश को बाहर निकालने का निर्णय लिया। साथ ही टीम ने प्रशासन की मदद लेना भी उचित समझा। संस्था के सदस्यों ने पुलिस डायल 112 पर मामले की जानकारी दी तो पुलिस, फायर ब्रिगेड कर्मी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे।

इसके बाद संस्था के सदस्यों ने प्रशासन के सहयोग से गौ सेवक सागर कश्यप को रस्सियों से बांध कर कुएं में नीचे उतारा और गौवंश को रस्सियों से बांधकर सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। इस दौरान संस्था के प्रधान प्रदीप भापरा ने सभी से अनुरोध किया कि यदि आसपास में कोई कुएं या गहरे गढ्ढे हैं, जो किसी काम के नहीं, उन्हें बंद करवा दें। जिससे कोई भी अनहोनी घटना से बचा जा सकें। साथ ही इस प्रकार कोई जीव कुएं या गहरे गड्ढे में न गिरे।

प्रदीप भापरा ने बताया कि संस्था की टीम के सभी गौभक्त निस्वार्थ भाव से समय-समय पर अपनी सेवाएं बेसहारा गौवंशो के लिए समालखा क्षेत्र में करते रहते हैं। उनका एक ही लक्ष्य है कि ज्यादा से ज्यादा बेजुबान जानवरों की मदद की जा सके। इस तरह गड्ढे में फंसे गौवंशों को बाहर निकालना और प्रशासन के सहयोग से बेजुबान जीवों की निस्वार्थ भाव से सेवा करना ही हमारा कर्तव्य है। हमें शपथ लेनी चाहिए कि इनका जीवन बचाने में सहायक बनकर समाज को जागरूक करते रहे। इस मौके पर धीरज, रितिक, शुभम, जीनू, कृष्ण, अमित, अजय, काली, शमशेर, रवि, प्रिंस वर्मा, मंदीप भापरा, कालू भापरा, परित और गांव मनाना के काफी ग्रामीण मौजूद रहे।