करनाल के सलारू गांव में रहने वाली एक बेटी को कनाडा भेजने के नाम पर 7 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई है। उसके पिता ने ब्याज पर पैसे देकर एजेंट को भेजे थे, परंतु बाद में पता चला कि यह सब झूठ था। जब पीड़ित ने पैसे मांगे, तो उसे जान से धमकी मिली।
बता दें कि आज भी पीड़ित की बेटी का पासपोर्ट आरोपी के पास है। पीड़ित ने हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज से मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। बेटी को कनाडा भेजने के नाम पर हुई धोखाधड़ी गांव सलारू की रहने वाली विक्रमजीत सिंह अपनी बेटी को कनाडा भेजना चाहते थे। उन्हें सोशल मीडिया पर एक इमिग्रेशन एजेंट का नंबर मिला, जिसका नाम विनय कुमार हरी था। विनय ने बताया कि उनकी कंपनी वर्क वीजा पर विदेश भेजने का काम करती है और उनके पास बहुत बड़ा नेटवर्क है।

उन्होंने बताया कि वहां पर लाखों रुपए महीना कमाया जा सकता है। जिसके बाद विक्रमजीत ने आरोपियों से संपर्क किया, जिन्होंने विदेश भेजने के खर्च के रूप में 10 लाख रुपए का दावा किया, परंतु जब आरोपी से पैसे मांगे तो उन्होंने धमकी दी कि अगर पैसा नहीं दिया, तो बेटी को विदेश नहीं भेजेंगे।

अलग-अलग खातों में जमा किए पैसे
पुलिस ने मामले की जांच शुरू की पीड़ित ने बताया कि उसने रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे उधार लिए और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के माध्यम से आरोपियों को पहुंचा दिए। 30 सितंबर 2023 से 20 अक्टूबर 2023 तक अलग-अलग खातों में 5 लाख 54 हजार 700 रुपए जमा किए गए। जिसके बाद उन्हें आरोपियों की धमकियों का सामना करना पड़ा। बाद में पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की है।

फर्जी एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट किया तैयार
धोखाधड़ी का खेल आरोपियों ने बेटी को कनाडा भेजने के नाम पर 7 लाख से ज्यादा की धोखाधड़ी की है। उन्होंने फर्जी एम्प्लॉयमेंट कॉन्ट्रैक्ट तैयार किया और पैसे मांगे, जब उनसे पैसे मांगे तो उन्होंने धमकी दी। मामले की जांच शुरू पुलिस ने मामले की जांच शुरू की है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सदर थाना के जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में 7 लाख 4 हजार 699 रुपए की धोखाधड़ी की गई है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
