करनाल में हुए जहरीली शराब प्रकरण के बाद आबकारी विभाग ने 2 फर्मों पर छापेमारी की है। जहां से शराब के स्टॉक में गड़बड़ी मिली है। आबकारी विभाग ने इन दोनों फर्मों पर 5.52 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है और जल्द ही रिकवरी की भी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा एक्साइज विभाग ने जिले में स्थित 250 शराब की दुकानों से सैंपल लिए हैं। अवैध खुर्दों और अवैध तरीके से बिकने वाली शराब को पकड़ने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है। हाल ही में एक्साइज विभाग की टीमों ने शराब के ठेकों का स्टॉक भी जांचा है। जिसमें तकरीबन 36 हजार पेटियों का अंतर पाया गया है।
करनाल जिले में दो एल-1 में और एक एल-13 के स्टॉक में गड़बड़ी पाई गई है। एल-1 में 323 पेटियों का स्टॉक था, जिस पर 45 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। दूसरे एल-1 पर 9300 पेटियों का स्टॉक था और उस पर 1.43 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया गया है। इसके अतिरिक्त देसी एल-13 पर 55,000 पेटियों का स्टॉक था और उस पर 3.64 करोड़ रुपए का जुर्माना लगा दिया गया है। इन तीनों से पहले ही एडिशनल एक्साइज ड्यूटी के करीब दो करोड़ रुपए जमा करवाए गए थे, बाकी राशि भी जल्द ही रिकवर की जाएगी।
अवैध शराब सप्लाई रोकने के लिए अभियान शुरू
आबकारी विभाग के अधिकारी ने बताया कि यहां पर सैंपलिंग अभियान शुरू किया गया है, ताकि अवैध शराब की सप्लाई को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि करीब 250 सैंपल सरकारी अस्पतालों की लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं। इसके अलावा अवैध खुर्दों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एफआईआर दर्ज की गई हैं। अवैध खुर्दों के मामले में पुलिस तुरंत कार्रवाई कर रही है।
एमआईएस पोर्टल पर भी स्टॉक में मिसमैच
अधिकारी ने कहा कि अगर ऐसे किसी भी मामले की जानकारी मिलती है, तो उस पर एक्शन लिया जा रहा है। वहीं किसी भी धार्मिक स्थल के पास शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए। सॉफ्टवेयर में स्टॉक डिफरेंस की जांच के बारे में भी बात हो रही है। जिस पर कमेटी ने जांच शुरू की है। एमआईएस पोर्टल पर भी स्टॉक में मिसमैच आया है, जिसकी जांच चल रही है।