कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज सुबह 6 बजे बिना किसी आधिकारिक घोषणा के करनाल के गांव गोघड़ीपुर पहुंचे। इस दौरे का मकसद उन परिवारों से मुलाकात करना था जिनके बेटे डंकी के जरिए विदेश गए थे। पिछले दिनों जब राहुल गांधी अमेरिका गए थे, तब उन्होंने करनाल के कई युवाओं से मुलाकात की थी, जो अवैध रूप से डंकी के माध्यम से वहां पहुंचे थे।
इनमें से एक युवक अमित मान, जो ट्रक ड्राइविंग के दौरान एक हादसे में घायल हो गया था, से भी राहुल गांधी मिले थे। उसी दौरान राहुल गांधी ने अमित से वादा किया था कि वह उसके गांव आएंगे। अपने वादे को निभाते हुए राहुल गांधी आज सुबह गोघड़ीपुर गांव पहुंचे और करीब सवा घंटे तक वहां रुके। उन्होंने अमित मान के परिवार और अन्य लोगों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
घर गिरवी रखकर भेजा अमेरिका
अमित के बड़े भाई और मां ने बताया कि उन्होंने अपनी तीन बीघा जमीन और घर को गिरवी रखकर अमित को अमेरिका भेजा था। अमित के पिता का 7 साल पहले निधन हो चुका है, और वह अपने बड़े भाई के साथ रहता है। अमित एक साल पहले अमेरिका गया था, जहां वह ट्रक चलाने का काम करता था। हाल ही में अमेरिका में उसके साथ एक हादसा हुआ, और गांव के तेजिंद्र मान ने उसका इलाज कराया।
राहुल गांधी के अचानक दौरे के बारे में पूछने पर अमित मान की मां बीरमती ने बताया कि आज सुबह 5 बजे राहुल गांधी के बॉडीगार्ड उनके घर आए और उन्हें सोते से उठाया। करीब 6 बजे राहुल गांधी खुद पहुंचे और डेढ़ घंटे तक परिवार के साथ रहे। उन्होंने परिवार का हाल-चाल पूछा और वीडियो कॉल के जरिए अमेरिका में अमित से भी बात की।
बीरमती ने कहा, “यह बड़ी बात है कि देश के नेता गरीब की कुटिया में आए और हमारा हाल पूछा।” उन्होंने बताया कि अमित ने राहुल गांधी से अमेरिका में मिलने के बारे में बताया था और फोटो भी भेजी थी। बीरमती ने कहा, “अमित डेढ़ साल पहले अमेरिका गया था। वह अविवाहित है। मेरे बड़े बेटे का नाम अजीत है, जिसके दो बच्चे हैं। अमित के पिता की करीब 7 साल पहले मृत्यु हो चुकी है।”
अमित के परिवार के सदस्य नरेंद्र मान ने कहा, “जब राहुल गांधी अमेरिका में अमित से मिले, तो उन्होंने उसे उठाया था। वह वादा करके गए थे कि देश में आकर उसकी मां से जरूर मिलेंगे। उन्होंने वह वादा पूरा किया। यह हमारी मानवता को दर्शाता है।”