Karnal जिले के बसताड़ा टोल प्लाजा पर लोकल वाहनों की एंट्री पास को लेकर विवाद उठ गया है। पहले, घरौंडा शहर के लोग अपनी लोकल आईडी दिखाकर बिना किसी परेशानी के टोल पार कर सकते थे, लेकिन अब टोल कर्मियों ने उन्हें जबरन मंथली पास बनवाने का दबाव डालना शुरू कर दिया है।
भाजपा चेयरमैन और कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
इस नए नियम के खिलाफ भाजपा के नगरपालिका चेयरमैन हैप्पीलक गुप्ता, पार्षद, भाजपा कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता विरोध में उतर आए। सोमवार को टोल प्लाजा पर जमकर नारेबाजी हुई और टोल प्रबंधन के खिलाफ नाराजगी जताई गई।
चेयरमैन की टोल कर्मियों से बहस, ड्राइवरों में आक्रोश
रविवार को नगरपालिका चेयरमैन हैप्पीलक गुप्ता अपने पार्षद साथियों के साथ टोल प्लाजा से गुजर रहे थे। उन्होंने लोकल आईडी दिखाई, लेकिन टोल कर्मियों ने उन्हें मंथली पास बनवाने को कहा। इस पर चेयरमैन और टोल कर्मियों के बीच बहस हो गई, और शहर के अन्य वाहन ड्राइवरों ने भी इसी तरह की शिकायतें की। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ गया।
प्रदर्शन और नोकझोंक
सोमवार को नगरपालिका चेयरमैन हैप्पीलक गुप्ता, पार्षद अश्विनी राणा, भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र कुमार, निशांत और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बसताड़ा टोल पर पहुंचे और टोल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान चेयरमैन और टोल प्रबंधक मुकेश शर्मा के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।
डीएसपी ने संभाली स्थिति
मामले की जानकारी मिलने के बाद डीएसपी मनोज कुमार भी मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला। डीएसपी ने टोल प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी लोकल वाहन चालक के साथ बदतमीजी न की जाए।
चेयरमैन की मांग – लोकल आईडी पर एंट्री जारी रहे
चेयरमैन हैप्पीलक गुप्ता ने कहा कि टोल कर्मियों द्वारा मंथली पास बनवाने का दबाव बनाया जा रहा है। रविवार को जब वे खुद टोल पार कर रहे थे, तो उनसे भी यही कहा गया। उन्होंने इस मामले की शिकायत अधिकारियों से की, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने टोल प्रबंधन से यह मांग की कि पहले की तरह लोकल आईडी पर ही वाहन चालकों को एंट्री दी जाए और उन्हें मंथली पास के लिए मजबूर न किया जाए।
टोल प्रबंधन का सफाई बयान
प्रदर्शन के बाद टोल प्रबंधन ने सफाई दी कि भविष्य में किसी भी स्थानीय वाहन चालक को टोल पार करने में कोई परेशानी नहीं होगी। टोल प्रबंधक मुकेश शर्मा ने कहा कि पहले कुछ लोग फर्जी लोकल आईडी बनाकर टोल पार कर रहे थे, जिससे समस्या उत्पन्न हो रही थी। अब टोल स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं कि लोकल आईडी पर ही वाहन चालकों को एंट्री दी जाएगी और किसी को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं किया जाएगा।