➤करनाल में पिटबुल ने 12 साल के अनमोल पर किया जानलेवा हमला
➤एक युवक के प्राइवेट पार्ट पर हमला, पिता बनने की संभावना पर संकट
➤मोहल्ले में दहशत, खतरनाक कुत्तों पर बैन की मांग तेज
हरियाणा के करनाल जिले के नीलोखेड़ी कस्बे में मंगलवार की देर शाम भयावह घटना सामने आई जब एक पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने वार्ड-8 में एक 12 वर्षीय मासूम बच्चे अनमोल पर जानलेवा हमला कर दिया। घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुत्ते ने पहले अनमोल की टांग पर हमला किया और फिर उसके सिर और पीठ को इतनी बुरी तरह से नोचा कि खोपड़ी की हड्डियां तक दिखाई देने लगीं।

गंभीर रूप से घायल अनमोल को पहले दो निजी अस्पतालों में ले जाया गया, लेकिन दोनों जगह डॉक्टरों ने इलाज से इनकार कर दिया। आखिरकार, कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल में मिन्नतों के बाद उसे भर्ती किया गया। डॉक्टरों के अनुसार, अनमोल की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और वह डॉक्टरों की निगरानी में है।
घटना यहीं नहीं रुकी। कुत्ते ने आसपास मौजूद अन्य लोगों को भी निशाना बनाया। एक बाइक सवार व्यक्ति के प्राइवेट पार्ट पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। अनमोल के पिता के अनुसार, इस हमले से युवक की प्रजनन क्षमता पर असर पड़ा है और अब शायद वह कभी पिता नहीं बन सकेगा। युवक की पहले से तीन बेटियां हैं और परिवार आगे संतान की योजना बना रहा था।
हमले की जानकारी मिलने के बाद पूरे मोहल्ले में दहशत का माहौल है। लोग अपने बच्चों को घरों से बाहर निकलने नहीं दे रहे। मोहल्लेवासियों का कहना है कि पिटबुल जैसे खतरनाक जानवरों को पालने पर रोक लगनी चाहिए और उन्हें खुला छोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
पिटबुल का मालिक राजू बताया जा रहा है, जो कथित तौर पर अक्सर अपने कुत्ते को खुला छोड़ देता है। घटना के बाद जब पीड़ित परिवार ने उससे बात की, तो वह लगातार अपने बयान बदलता रहा। कभी उसने कुत्ते को अपना बताया, तो कभी इससे पल्ला झाड़ने की कोशिश की।
मोहल्ले के अन्य निवासियों जैसे श्रवण, कृष्णा और इक्का के बेटे भी हमले में घायल हुए हैं। हालांकि उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
नीलोखेड़ी थाने में पिटबुल मालिक के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी गई है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और कहा है कि जिम्मेदारी तय होने पर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस भयावह घटना ने न केवल एक मासूम की जिंदगी को संकट में डाल दिया, बल्कि मोहल्ले के हर व्यक्ति को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या पालतू जानवरों के नाम पर कोई भी खतरनाक जीव समाज में खुला घूम सकता है?