Khanauri Border 42 दिनों से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी से मुलाकात की। डल्लेवाल ने कहा कि यदि केंद्र सरकार किसानों की मांगों को मान ले, तो उन्हें किसी भी तरह के मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी और वह तुरंत अपना अनशन समाप्त कर देंगे।

सेवानिवृत्त जस्टिस नवाब सिंह के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी सोमवार को खनौरी पहुंची। कमेटी ने डल्लेवाल से मुलाकात की और उनकी सेहत को लेकर चिंता व्यक्त की। जस्टिस नवाब सिंह ने कहा कि हमने डल्लेवाल से उनकी सेहत का ख्याल रखने की अपील की है। हमारा मकसद आंदोलन खत्म करना नहीं, बल्कि उनकी सेहत की सलामती की प्रार्थना करना है। कमेटी ने कहा कि उनके पास किसानों की मांगें पूरी करने का अधिकार नहीं है। यह कमेटी गांव-गांव जाकर किसानों की समस्याओं को समझेगी और अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में सौंपेगी।
हाई पावर कमेटी से बातचीत में डल्लेवाल ने कहा कि देश के सात लाख किसान कर्ज के कारण आत्महत्या कर चुके हैं। उनके बच्चों का भविष्य अंधकार में है। मेरी जिंदगी से ज्यादा जरूरी उन किसानों और उनके परिवारों की जिंदगी है। डल्लेवाल ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट का सम्मान करता हूं, लेकिन पूछना चाहता हूं कि केंद्र सरकार को कोई दिशा-निर्देश क्यों नहीं दिए जा रहे। यदि सुप्रीम कोर्ट किसानों के लिए चिंतित है, तो केंद्र से समाधान क्यों नहीं निकलवाया जा रहा?
मीडिया से बातचीत में कमेटी के सदस्यों ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की हाई पावर कमेटी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह किसानों के मुद्दों पर रिसर्च कर अपनी रिपोर्ट अदालत में पेश करे। सुप्रीम कोर्ट ने यह कमेटी इसलिए गठित की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किसान बार-बार धरने पर क्यों बैठ रहे हैं।