Haryana की प्रमुख खाप पंचायतों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि एमएसपी और अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों के साथ कोई ज्यादती हुई, तो खाप पंचायतें सड़कों पर उतरेंगी। यह निर्णय आज जाट धर्मशाला में आयोजित खापों की विशेष बैठक में लिया गया।
महम चौबीसी खाप के रामफल राठी और अन्य खाप प्रतिनिधियों ने कहा कि किसान 13 फरवरी से खनौरी और शंभू बॉर्डर पर शांतिपूर्वक धरने पर बैठे हैं। 6 दिसंबर को किसान अनुशासन में रहकर दिल्ली कूच करेंगे। यदि सरकार ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो खाप पंचायतें किसानों के समर्थन में हर मोर्चे पर डटेंगी।
किसानों की आवाज को दबाया जा रहा
खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डलेवाल पिछले आठ दिनों से मरणासन्न अवस्था में भूख हड़ताल पर हैं। खाप नेताओं ने सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों की आवाज को दबाने के लिए अनुचित कदम उठाए जा रहे हैं। खापों ने किसानों की शांतिपूर्ण मांगों पर तुरंत कार्रवाई की मांग की।
भाईचारे को बनाए रखने पर जोर
प्रेस वार्ता में खाप नेताओं ने जाट लैंड जैसी मांगों को खारिज करते हुए इसे समाज को तोड़ने का प्रयास बताया। उन्होंने टिकैत बंधुओं और यशपाल मलिक को भाजपा के एजेंट बताते हुए जनता को उनके बहकावे में न आने की अपील की। खापों ने 36 बिरादरी के भाईचारे को बनाए रखने पर जोर दिया।
सरकार को चेतावनी
खाप प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि सरकार यदि किसानों को दिल्ली कूच से रोकेगी या उनके साथ किसी भी प्रकार की ज्यादती करेगी, तो हरियाणा की खापें मजबूती से किसानों के साथ खड़ी होंगी और हर संभव विरोध प्रदर्शन करेंगी।