करनाल से सांसद मनोहर लाल खट्टर(Khattar) को केंद्र की मोदी 3.0 सरकार में कृषि या सहकारिता मंत्री(Cooperation Minister) बनाया जा सकता है। इस बारे में हरियाणा में चर्चा हो रही है। इसका मुख्य कारण खट्टर को शपथग्रहण के समय मोदी कैबिनेट में दी गई प्राथमिकता को लेकर है। वहीं राव(Rao) इंद्रजीत को शहरी विकास(Urban Development) और गडकरी(Gadkari) के साथ गुर्जर के रहने की चर्चा चल रही हैं।
बता दें कि रविवार को मंत्रियों की शपथ ग्रहण समारोह में खट्टर ने 8वें नंबर पर शपथ ली। उनसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, निर्मला सीतारमण और जयशंकर ने शपथ ग्रहण की। जिससे स्पष्ट हो रहा है कि खट्टर को महत्वपूर्ण मंत्रालय मिल सकता है। कृषि और खासकर किसान मोदी सरकार के दूसरे टर्म में एक महत्वपूर्ण चुनौती हैं। भाजपा को किसान आंदोलन का सामना करना पड़ा है। इसके बाद पंजाब और हरियाणा में लोकसभा चुनाव के दौरान उग्र विरोध हुआ। इसी कारण से मोदी अपने निकटतम साथी खट्टर को किसानों की समस्याओं का समाधान करने की जिम्मेदारी दे सकते हैं।

खट्टर से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अगर कृषि मंत्रालय के लिए निर्णय नहीं होता है, तो मनोहर लाल को सहकारिता मंत्रालय भी दिया जा सकता है। वहीं, केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाए गए राव इंद्रजीत को शहरी विकास मंत्रालय मिल सकता है। राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर को परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ लगाया जा सकता है। लेकिन यह अभी तक औपचारिक घोषणा नहीं हुई है।

हमेशा अपने दृष्टिकोण को रखा साफ
खट्टर ने किसान आंदोलन के समय हमेशा अपने धृष्टिकोण को साफ रखा है। पिछले आंदोलन से सीखते हुए, इस बार उन्होंने पंजाब के किसानों को दिल्ली आने से रोक दिया। खट्टर ने हरियाणा में किसानों को शांति से रखने के लिए कड़ी कार्रवाई की। पंजाब के किसानों को शंभू बॉर्डर पर ही रुकने को मजबूर कर दिया। उन्होंने साबित किया कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना हर किसी का हक है, लेकिन हथियारों के साथ आंदोलन करना सही नहीं है।