सोनीपत और गोहाना बस स्टैंड पर किलोमीटर स्कीम के चालकों ने रोडवेज बसों का चक्का जाम किया है। प्राइवेट बस चालकों और टेक्सी चालकों ने भी किलोमीटर स्कीम चालकों का समर्थन किया है। केंद्र सरकार द्वारा लागू किए जाने वाले नए बिल के विरोध में प्रदर्शन हो रहा है। दूर दराज जाने वाले यात्रियों को बस स्टैंड पर बस न मिलने के कारण परेशानी उठानी पड़ रही है। हालांकि रोडवेज विभाग प्रयास कर रहा है कि लोगों को परेशानी ना हो। यूपी में भी सोनीपत रोडवेज बसों की एंट्री को रोका गया है।
केंद्र सरकार द्वारा सड़कों पर चलने वाले वाहन चालकों को लेकर नया बिल लाया गया है नए बिल के मुताबिक सड़क पर चलने के दौरान किसी भी वाहन दवारा सड़क दुर्घटना में किसी शख्स की मृत्यु हो जाने पर चालक को 10 लाख रुपए का जुर्माना के साथ 10 साल की सजा का प्रावधान रहेगा और इस दौरान अगर चालक घायल व्यक्ति को अस्पताल तक पहुँचाने में मदद करता है और इलाज के दौरान मौत हो जाती है तो 7 लाख जुर्माने के साथ 7 साल की सजा का प्रावधान है। इसी बल का लगातार विरोध हो रहा है।
प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
सोनीपत डिपो और गोहाना डिपो में किलोमीटर स्कीम के चालक हड़ताल कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की रहे है। वही दूसरी तरफ किलोमीटर स्कीम चालकों के समर्थन में प्राइवेट बस चालक भी आगे आए है। इसके अतिरिक्त सोनीपत ऑटो चालक भी इस बिल का विरोध कर रहे है। किलोमीटर स्कीम चालकों का कहना है कि सरकार चालकों के लिए यह काला कानून लेकर आई है। इस नियम से चालक परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा और एक चालक के अपने पूरे जीवन में भी इतने पैसे नहीं कमा पाता। किलोमीटर स्कीम चालकों की हड़ताल के चलते यात्रियों को भी काफी परेशानी उठानी पड़ रही है और कई घंटे तक अलग-अलग रूट पर इंतजार करना पड़ रहा है।
किलोमीटर स्कीम के अंतर्गत सोनीपत डिपो में 32 और गोहाना में 28 बसें चलती है
संस्थान प्रबंधक सुरेंद्र दुग्गल का कहना है कि नए बिल का विरोध किलोमीटर स्कीम चालक कर रहे है। उन्होंने बताया कि सोनीपत डिपो में 32 और गोहाना में 28 किलोमीटर स्कीम के अंतर्गत बसें चलाई जाती है। सभी किलोमीटर स्कीम की बसें आज संचालित नहीं हो पाई है। वही प्रबंधक ने बताया कि सुबह तक बसों का संचालन यूपी में किया गया था। दोपहर में बसों का विरोध शुरू हुआ तो बसों का संचालन सोनीपत बस डिपो द्वारा रोक दिया गया है। उन्होंने कहा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए जहां तक भी बस पहुंच पाएंगे वहां तक बसों को संचालित किया जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी बताया है कि जिस रूट पर यात्रियों की संख्या ज्यादा नजर आ रही है उसे पर बस लगाकर समस्या का निदान करने की कोशिश की जा रही है।
ड्राइवर्स पर भारी भरकम जुर्माना लगाना ठीक नहीं
गोहाना के विधायक जगबीर मलिक ने कहा है कि लोकसभा में नया बिल पास किया गया है जगबीर मलिक ने कहा है कि ड्राइवर से आज हड़ताल पर है और ड्राइवर एक किस्म से मजदूरी करते है। उन पर भारी भरकम जुर्माना लगाना ठीक नहीं। भारी भरकम जुर्माना से परिवार बर्बाद हो जाएगा। कोई भी चालक जान बूझकर इस प्रकार से दुर्घटना नहीं करता है। लोकसभा में पास किए गए बिल को लेकर आम जनता से कोई बातचीत भी नहीं की गई है। यह कानून तर्क संगत नहीं है और बहुत जल्दबाजी में लाया गया है।
यह बीजेपी सरकार की बहुत बड़ी हठधर्मिता है। रोड एक्सीडेंट में मौत को कंट्रोल करने के अलग प्रावधान होना चाहिए। उसमें सजा और जुर्माना के माध्यम से रोक नहीं लगाई जा सकती। बिल को लेकर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि दोस्त किसी और का होगा और किसी कमजोर आदमी पर मामला डाल दिया जायेगा। शक्तिशाली आदमी कोई भी ऑफेंस लगाएगा तो नरम आदमी उसे पर दब जाएगा और वहीं उन्होंने कानून में सुधार की मांग उठाई है। उन्होंने यह भी कहा है कि नियम इस प्रकार से बनाना चाहिए कि दुर्घटनाओं में कमी आए। जान बूझकर करने वाले के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होता है और डिस्कशन पब्लिक ऑपिनियन की भी मांग की है।