Haryana/Punjab गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने सरकार की नीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित 13 मांगों को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक), किसान मजदूर मोर्चा और अन्य किसान संगठनों ने इस मार्च का आयोजन किया।
किसानों ने दोपहर 12 बजे से भाजपा नेताओं के घरों और प्रमुख मॉल्स के सामने ट्रैक्टर खड़े कर प्रदर्शन शुरू किया। हालांकि, पंजाब और हरियाणा में कई जगहों पर इसकी शुरुआत पहले ही हो चुकी थी। लुधियाना-जालंधर हाईवे, अमृतसर के डी-मार्ट और पटियाला समेत कई जगहों पर सैकड़ों ट्रैक्टरों की कतारें दिखीं।
जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन
खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 62वें दिन भी जारी रहा। उनकी तबीयत कई बार बिगड़ने के बाद अब ग्लूकोज चढ़ाने और मेडिकल ट्रीटमेंट के जरिए सेहत में सुधार हो रहा है।
हरियाणा और पंजाब में प्रदर्शन
हरियाणा के अंबाला, हिसार, कैथल और जींद में भी किसानों ने बड़े पैमाने पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। वहीं पंजाब के लुधियाना, पटियाला, अमृतसर और समाना में प्रदर्शन के दौरान किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। किसानों ने कहा कि वे गणतंत्र दिवस को अपने तरीके से मना रहे हैं, क्योंकि संविधान लागू होने के बावजूद किसानों के साथ न्याय नहीं हो रहा है।
13 फरवरी को जींद में किसान कांफ्रेंस
किसानों की प्रमुख मांगों में MSP की कानूनी गारंटी, फसली बीमा योजना का क्रियान्वयन, कर्ज माफी, और लखीमपुर-खीरी जैसे मामलों में न्याय शामिल हैं। प्रदर्शन के दौरान किसान नेताओं ने घोषणा की कि 13 फरवरी को जींद में एक किसान कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा।
किसानों को खाप पंचायतों का समर्थन
चरखी दादरी में सर्वजातीय आठ गामा खाप ने किसानों का समर्थन करते हुए उनकी मांगों को जायज ठहराया। किसान नेता परमिंदर सिंह ने कहा कि यह केवल किसानों की लड़ाई नहीं, बल्कि पूरे देश की है। वहीं किसान नेताओं ने केंद्र सरकार से अपील की है कि उनकी आवाज का सम्मान किया जाए। ट्रैक्टर मार्च के जरिए किसानों ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे अपने हक के लिए लड़ाई जारी रखेंगे, चाहे उन्हें कितनी भी कठिनाइयों का सामना क्यों न करना पड़े।