kullu में पलभर में ढहकर बिखरी 7 building, पहाड़ों पर करीब 2255 मकान हो चुके ध्वस्त

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हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते लोगों को भारी आपदा का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण भारी मात्रा में लोग अपनी जगहों को छोड़कर सुरक्षित रहने के लिए वहां से प्लायन भी कर चुके है। वहीं आपदा है कि बारिश के कारण रूकने का नाम नहीं ले रही है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के आनी में 7 बिल्डिंगें ताश के पत्तों की तरह ढहकर बिखर गई। हालांकि अभी तक किसी प्रकार का कोई जानी नुकसान नहीं बताया जा रहा है। क्योंकि सरकार के आदेश पर प्रशासन की ओर से खाली करवा लिया गया था।

बता दें कि पहाड़ों पर इस बार मानसून ने कहर मचा रखा है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश से 23 मकान गिर चुके है, जबकि 108 को नुकसान पहुंचा है। अकेले शिमला शहर में 25 से ज्यादा घर असुरक्षित हो गए। जिसके कारण 55 से ज्यादा परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। प्रदेशभर में भारी बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड और जमीन धंसने से इस मानसून में 2255 घर ध्वस्त हुए हैं, जबकि 9865 घरों को नुकसान पहुंचा है।

2-3 बिल्डिंग और भी खतरे में

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वहीं बस स्टैंड में दो अन्य बिल्डिंग भी अपना रूख बदल चुकी है, जो कि कभी गिर सकती है। 2 से 3 और बिल्डिंग भी खतरे में है। हादसे के घटित होने पर बस स्टैंड में खड़े लोगों ने भागकर और बसों से छलांग लगाकर अपनी जान बचाई। प्रशासन मौके पर नुकसान का आंकलन कर रहा है। मौके पर पहुंचे आनी एसडीएम नरेश वर्मा ने बताया कि तीन बिल्डिंग आगे की और चार बिल्डिंग पीछे पहाड़ी की गिर गई है, जबकि कुछ मकानों के गिरने का खतरा बना हुआ है। उन्होंने बताया कि सभी भवनों को पहले ही खाली करवा दिया गया था।

भारी बारिश से ही दरारें पड़नी हो गई थी शुरू

बताया जा रहा है कि हादसा आज सुबह 9ः30 पर घटित हुआ। इससे पूर्व में एक बिल्डिंग में कांगड़ा को-ऑपरेटिव बैंक और दूसरे भवन में एसबीआई बैंक भी चल रही थी और कुछ कमरे में किराएदार और दुकानें भी चल रही थी। जिनमें सात से 11 जुलाई के बीच की भारी बारिश से ही दरारें पड़नी शुरू हो गई थी।

दहशत में आए आनी के लोग

खतरे को भांपते हुए प्रशासन द्वारा इन्हें पहले ही खाली करवाया जा चुका था और भवन मालिकों को मकान खाली करने के नोटिस दे रखे थे। लेकिन पहाड़ी के ऊपर बने मकान के गिरने का किसी को कोई अंदेशा नहीं था। जिनमें भी दरारें पड़नी शुरू हो गई थी। लोगों ने जिन्हें भी खुद ही खाली कर दिया था। बिल्डिंगें गिरने के बाद आनी के लोग दहशत में आ गए हैं। खासकर जिनके मकान इस बिल्डिंग के साथ बने हैं, वह नुकसान को लेकर ज्यादा चिंतिंत हैं।