(सिटी तहलका से अदीति पासवान की रिपोर्ट)
कुरुक्षेत्र के सांसद नायब सैनी ने कांग्रेस सरकार और विपक्षी दल को करारा जवाब दिया है। उमेहोंने कहा कि विपक्ष के घमंडी गठबंधन को गरीबों की भूख की कोई चिंता नहीं है। विपक्ष को केवल सता की भूख की चिंता है। नायब सैनी ने लोकसभा के सत्र की समाप्ति की।
उन्होंने कहा कि मानसून सत्र में पीएम मोदी ने अंग्रेजों के कानूनों को बदलने का काम किया है। जबकि कांग्रेस और विपक्षी दलों ने बिलों पर चर्चा करने की बजाए मणिपुर के मुद्दे पर बेवजह बवाल मचा दिया।
नायब सैनी का कांग्रेस के प्रति गुस्सा
सांसद नायब सिंह सैनी ने कहा कि घमंडी गठबंधन द्वारा आम जनता के हित में लाए गए विधेयकों पर कोई चर्चा करने कि बजाए मानसून सत्र मणिपुर के मामले को लेकर लगातार खबर डाली जा रही है। सत्र में लोकसभा और राज्यसभा के साथ 25 सरकारी विधेयक प्रस्तुत किए गए।
इनमें से 23 विधेयक दोनों सदनों में से गए है, जबकि विपक्ष के सदस्यो ने केवल नारे बाजी के वाकआउट करने के साथ-साथ महत्वपूर्ण कानून पर बहस में भाग भी नहीं लिया। पहलू यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अंग्रेजों के समय के कानूनों को बदलने का काम किया और नए विधेयक चुनकर आम नागरिकों के लिए राहत का काम किया है।

