Kurukshetra में सोमवती अमावस्या पर ब्रह्मसरोवर पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ी। इस खास दिन पर श्रद्धालुओं ने अपने पितरों के प्रति निमित्त पिंडदान और पूजा अर्चना की। सोमवार के दिन सोमवती अमावस का पड़ना बड़ा ही ऐतिहासिक दिन माना जाता है पुराणों में भी सोमवती अमावस्या का वर्णन किया गया है।
पौराणिक काल से ही सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है, ऐसी मान्यता है कि इस दिन ब्रह्म सरोवर और स्नेहित सरोवर में देवी देवताओं का सानिध्य श्रद्धालुओं को प्राप्त होता है। इसी आशा और उम्मीद के साथ हर अमावस्या पर सैकड़ों श्रद्धालु कुरुक्षेत्र ब्रहमासरोवर में श्रद्धा की डुबकी लगाने के लिए पहुंचते हैं। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के पवित्र तीर्थों ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर पर स्नान किया जाता है और पूजा अर्चना करके पितरों की शान्ति के लिए पिण्ड दान किया जाता है।