Kurukshetra के सेक्टर-10 में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़(Encounter between police and criminal) हुई, जिसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए LNJP अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ में पुलिस ने जबरा गैंग(Jabra Gang) के चार बदमाशों को गिरफ्तार(arrest) किया है। ये बदमाश एक निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स में छिपे हुए थे और किसी दूसरे गैंग के एक सदस्य की हत्या करने की योजना बना रहे थे।
बता दें कि आरोपियों की पहचान अंकित राणा (भगवानपुर, जिला सहारनपुर), सोनू (सिरसल, जिला कैथल), लक्ष्य और एक अन्य सोनू (गोंदर, जिला करनाल) के रूप में हुई है। इन बदमाशों के पास से 3 पिस्टल, 2 देसी कट्टे, 5 मैगजीन और 28 कारतूस बरामद हुए हैं। एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी दूसरे गैंग के सदस्य निर्मल भुल्लर की हत्या करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने कोर्ट परिसर में पेशी के दौरान भुल्लर की हत्या की योजना बनाई थी और इसके लिए पिछले कई दिनों से रेकी कर रहे थे।
इसी दौरान, CIA-1 की टीम को सूचना मिली कि ये आरोपी सेक्टर-10 में छिपे हुए हैं। टीम ने मौके पर छापा मारा, लेकिन पकड़े जाने के डर से आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश अंकित राणा के पैर में गोली लग गई। पुलिस ने अंकित के साथ-साथ उसके अन्य तीन साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
कई वारदातों का हो सकता है खुलासा
एसपी जश्नदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। उसके बाद कई वारदातों का खुलासा हो सकता है। इनमें से सोनू और लक्ष्य के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उनके आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में सुरक्षा का माहौल बना हुआ है और लोग पुलिस की सराहना कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि वे आगे भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रखेंगे, ताकि इलाके में अपराधों पर रोक लगाई जा सके।
पुलिस पर विश्वास और सुरक्षा का भरोसा
लोगों को पुलिस पर विश्वास और सुरक्षा का भरोसा बना हुआ है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समय पर कार्रवाई की जा सके और अपराधियों को पकड़ा जा सके। घटना से स्पष्ट है कि पुलिस की तत्परता और मेहनत से अपराधियों के मंसूबे नाकाम हो सकते हैं।
कानून के हाथ लंबे
पुलिस की इस कार्रवाई से यह भी साबित हुआ है कि यदि सूचना सही समय पर मिल जाए तो अपराध को रोका जा सकता है और अपराधियों को पकड़ा जा सकता है। अंकित राणा, सोनू, लक्ष्य और दूसरे सोनू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उनकी आपराधिक गतिविधियों की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे और किन-किन वारदातों में शामिल रहे हैं। इस मुठभेड़ और गिरफ्तारी से पुलिस ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं और अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। लोगों को पुलिस के साथ सहयोग करने और सुरक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता है।