पहली बार हरियाणा में कलारीपयट्टू खेल की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कलारिपयट्टू खेल एक भारतीय मार्शल आर्ट है। दो दिवसीय प्रतियोगिता कुरुक्षेत्र की पंजाबी धर्मशाला में आयोजित की गई। जिसमें पूरे प्रदेश से लगभग 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
विजेता खिलाड़ियों को मिलेगा नेशनल में खेलने का मौका
प्रेसिडेंट अजय शर्मा और वर्किंग सचीव संदीप शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि 2 दिवसीय चैंपियनशिप में प्रदेश के लगभग 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया। उनेहोंने कहा कि जो खिलाड़ी प्रतियोगिता में विजय होंगे उन खिलाड़ियों को आगे केरल में होने वाली नेशनल चैंपियनशिप में खेलने का मौका दिया जाएगा।
प्रतियोगिता में शामिल हैं 6 खेल
टीम टेक्निकल हेड सुमेश ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा में पहली बार कलरीपयट्टू प्रतियोगिता करवाई जा रही है। जिसमें 6 गेम्स शामिल है। जो विजेता खिलाड़ी होंगे वह केरल में होने वाले नेशनल प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
क्या है कलारीपयट्टू खेल
कलारीपयट्टू भारत की सबसे पुरानी मार्शल आर्ट, जिसकी उत्पत्ति भारत के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित आधुनिक केरल से हुई थी। कलारीपयट्टू अपने अंदर भारतीय मार्शल आर्ट के लंबे इतिहास को समेटे हुए है। कलारीपयट्टू को कलारी के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ “युद्धक्षेत्र” होता है। भारत की यह मार्शल आर्ट इतनी पुरानी है की इसका जिक्र गाथा गीतों के संग्रह वडक्कन पट्टुकल में भी देखने को मिलता है।