कुरुक्षेत्र : आशा वर्कर यूनियन के बैनर तले आशा वर्कर पिछले कई दिनों से लगातार लघु सचिवालय कुरुक्षेत्र के सामने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रही है। वहीं आशा वर्कर बीते दिनों विधानसभा का घेराव करने के लिए भी गई थी, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उनको रास्ते से ही बसों में भरकर वापस छोड़ दिया था। वही विधानसभा का घेराव करने जा रही एक महिला की रास्ते में तबीयत बिगड़ने की वजह से मौत हो गई थी।
आशा वर्कर यूनियन के जिला अध्यक्ष पिंकी देवी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार उन पर बहुत अत्याचार कर रही है। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन के दिन भी गृहमंत्री अनिल विज ने उनको बुलाया था, जिनसे मिलने के उपरांत भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके विरोध में आशा वर्कर यूनियन ने यह हड़ताल 12 सितंबर तक बढ़ा दी गई है और यमुनानगर में जिस आशा वर्कर की मौत हुई है, उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी व मुआवजा देने की मांग भी यूनियन की तरफ से की गई है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।