(सिटी तहलका से अदिती पासवान की रिपोर्ट)
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में सहपरिवार पहुंचने पर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द का भव्य स्वागत हुआ। पूर्व राष्ट्रपति के साथ हरियाणा, पंजाब और हिमाचल गुजरात के राज्यपालों ने भी गुरुकुल के प्राकृतिक कृषि फार्म का भ्रमण किया। रामनाथ कोविंद ने प्राकृतिक कृषि को किसानों के लिए हितकारी और जीवनदायिनी बताते हुए देश में जागरूकता अभियान चलाने की बात कही।
गुरुकुल परिवार ने ‘ओ३म’ का स्मृति-चिन्ह और शॉल भेंट कर किया सम्मानित
गुरुकुल में बच्चों द्वारा किये जा रहे यज्ञ को देखकर पूर्व राष्ट्रपति माननीय कोविन्द ने कहा कि आज के युवाओं में भारतीय सभ्यता और संस्कृति एवं उच्च संस्कारों का सूत्रपात वैदिक ग्रन्थों के द्वारा ही संभव है। रामनाथ कोविन्द ने कहा कि उन्होंने कहा कि युवाओं का सच्चे अर्थों में यदि कहीं सर्वांगीण विकास हो रहा है, तो वह स्थान गुरुकुल कुरुक्षेत्र है।
सभी अतिथियों को गुरुकुल परिवार की ओर से ‘ओ३म’ का स्मृति-चिन्ह और शॉल भेंट का सम्मानित किया गया। जब पूर्व राष्ट्रपति गुरुकुल कुरुक्षेत्र पहुंचे तो गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत जी ने बुके देकर गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
शक्तिपीठ मां भद्रकाली मंदिर में की पूजा-अर्चना
हरियाणा के एकमात्र शक्तिपीठ मां भद्रकाली मंदिर कुरुक्षेत्र में देश के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला और अन्य गणमान्य ने पहुंचकर मां भद्रकाली मंदिर में पूजा अर्चना की। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परिवार सहित मां के चरणों में पूजा अर्चना कर चादी के घोड़े का जोड़ा अर्पित किया।

