Kurukshetra में केंद्रीय ऊर्जा, आवासीय और शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने रविवार को केडीबी कार्यालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने 48 कोस के 182 तीर्थ स्थलों के विकास और अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। बैठक में एडीसी सोनू भट्ट, सीईओ पंकज सेतिया, और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र का विजन
मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है कि वर्ष 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बने। उन्होंने ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया कि ऊर्जा आपूर्ति में सुधार से उद्योगों का विस्तार, रोजगार सृजन, और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने बताया कि देश में ऊर्जा की मांग, आपूर्ति और संभावनाओं पर 17 राज्यों का दौरा पूरा हो चुका है, और शेष राज्यों का भ्रमण अगले तीन महीनों में पूरा किया जाएगा।
ज्योतिसर अनुभव केंद्र का निरीक्षण

केंद्रीय मंत्री ने गीता स्थली ज्योतिसर का दौरा कर वहां निर्माणाधीन 206 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का निरीक्षण किया। इनमें अनुभव केंद्र और संग्रहालय शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थलों को भव्य बनाने के साथ-साथ आने वाले पर्यटकों को गीता के उपदेशों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
लोक कलाकारों से बातचीत और सांस्कृतिक धुनों पर झूमे

गीता महोत्सव के दौरान मंत्री ने ब्रहमसरोवर पर लोक कलाकारों से संवाद किया और उनके वाद्य यंत्रों की धुनों का आनंद लिया। उन्होंने महोत्सव को देश-विदेश की बड़ी संस्थाओं से जोड़ने और सीएसआर फंडिंग के माध्यम से सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया।
गीता का प्रचार और तीर्थ यात्रा सर्किट की योजना
मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महोत्सव में आने वाले पर्यटकों को गीता से जोड़ने का प्रयास करें। उन्होंने सुझाव दिया कि एक लोकल तीर्थ यात्रा सर्किट योजना तैयार की जाए, जिससे तीर्थ यात्री कुरुक्षेत्र के प्रमुख स्थलों का भ्रमण कर सकें।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव की प्रमुख बातें
- महोत्सव का आयोजन कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, लंदन, और श्रीलंका में हो चुका है।
- यह महोत्सव पर्यटकों को भारत की प्राचीन सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराता है।
- इस आयोजन का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने का श्रेय मनोहर लाल को दिया जाता है।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
बैठक और निरीक्षण के दौरान केडीबी के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, सदस्य विजय नरुला, डॉ. ऋषिपाल मथाना, एसडीएम कपिल शर्मा, और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने महोत्सव के माध्यम से हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर और गीता के उपदेशों को विश्वभर में प्रचारित करने के प्रयासों की समीक्षा की। उन्होंने इसे और अधिक भव्य बनाने और तीर्थ स्थलों के विकास के लिए योजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।