चंडीगढ़ में एक घटना सामने आई है जिसमें सेक्टर 23 के निवासी अशोक रोहिल्ला ने फर्जी कोरोना रिपोर्ट के मामले में शिकायत की है। इसके बाद चंडीगढ़ के सेक्टर 34 थाने में जांच हुई और एक मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में जीएमसीएच-32 के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर के साथ मिलकर निजी लैब द्वारा फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट जारी की गई थी। शिकायतकर्ता की पत्नी सरोज कुमारी की इसके बाद मौत हो गई थी।
अशोक रोहिल्ला ने बताया कि उन्होंने पहले हेल्थ सेक्रेटरी से मिलने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बार-बार जीएमसीएच के डायरेक्टर के पास जाने का कहा गया। जीएमसीएच के डायरेक्टर ने किसी भी कार्रवाई की जाने की बजाय मामले को नजरअंदाज कर दिया, क्योंकि जीएमसीएच 32 के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के एक डॉक्टर इसमें सीधे-सीधे शामिल था। डॉक्टर के सुझाव पर उन्होंने निजी लैब से टेस्ट करवाया, जिसके लिए उन्होंने 1500 रुपये दिए।
अशोक के अनुसार, 10 जून 2021 को उनकी पत्नी की आरटीपीसीआर रिपोर्ट डॉक्टर के मोबाइल पर आई, जिसमें नकारात्मक परिणाम थे। जब उनका बेटा डॉक्टर से रिपोर्ट मांगने गया, तो डॉक्टर ने रिपोर्ट को व्हाट्सऐप पर भेज दिया। 13 जून को पत्नी को एचडीयू से एणआईसीयू में भेज दिया गया, जहां उसे उच्चतम स्तर की चिकित्सा मिलती थी, लेकिन वहां कोई सुविधा नहीं थी और उनकी पत्नी ने दम तोड़ दिया। अशोक ने डॉक्टरों की लापरवाही और कमीशन के चक्कर में अपनी पत्नी की जान गई का आरोप लगाया है।