➤मोरनी हिल्स में लैंडस्लाइड, मुख्य सड़क बंद
➤कोटी नदी उफान पर, अंबाला में इनोवा गाड़ी दलदल में धंसी
➤चंडीगढ़-मनाली फोरलेन बंद, सैकड़ों वाहन फंसे
हरियाणा में मानसून की सक्रियता के चलते बुधवार को पंचकूला, अंबाला और यमुनानगर जिलों में बारिश के बाद हालात बिगड़ गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इन क्षेत्रों के लिए हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया है, लेकिन बारिश के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में लैंडस्लाइड और जलस्तर में बढ़ोतरी ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
पंचकूला के मोरनी हिल्स में बुधवार सुबह भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड हो गया। रायपुर रानी से मोरनी की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पूरी तरह से बंद हो गई है। सड़क पर बड़े-बड़े पत्थर, पेड़ और मलबा गिरने से न केवल वाहनों का आवागमन रुका है, बल्कि पैदल चलना भी असंभव हो गया है। इससे पहले मोरनी से बड़ी शेर को जोड़ने वाली सड़क पर भी इसी तरह की स्थिति बन चुकी है।

इसी इलाके से बहने वाली कोटी नदी भी उफान पर है, जिसमें हिमाचल प्रदेश से आने वाला बारिश का पानी लगातार जलस्तर बढ़ा रहा है। नदी का बहाव तेज होने से आसपास के इलाकों में खतरा बढ़ गया है।
अंबाला में भी स्थिति गंभीर रही, जहां एक इनोवा कार बारिश के बाद दलदल में धंस गई। कार को निकालने के लिए विशेष क्रेन बुलानी पड़ी। सड़कें कीचड़ और पानी से लबालब हो गई हैं जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वहीं, चंडीगढ़-मनाली फोरलेन पर स्थित मंडी जिले के पंडोह और दवाड़ा में मंगलवार रात लैंडस्लाइड हुआ। पहाड़ों से भारी चट्टानें और मलबा सड़क पर आ गिरा जिससे यह मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। सैकड़ों वाहन फंसे हुए हैं और यात्रियों को घंटों से राहत का इंतजार है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि 7 अगस्त से प्रदेश में बारिश की तीव्रता में कमी आ सकती है। अभी तक इस मानसून में हरियाणा में यमुनानगर जिले में सबसे अधिक बारिश दर्ज की गई है, जबकि कैथल सबसे कम वर्षा वाला जिला रहा है।
प्रशासन द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं। मोरनी, अंबाला और चंडीगढ़-मनाली मार्ग पर स्थिति सामान्य करने की कोशिशें जारी हैं।