हरियाणा में लश्कर-ए-तैयबा ने बम धमाकों की धमकी दी है। इसमें पानीपत, अंबाला कैंट, जगाधारी सहित के कई स्टेशनों के नाम शामिल हैं। लश्कर-ए-तैयबा की ओर से कहा गया है कि 26 नवंबर को वह स्टेशनों पर धमाके करेंगे। इसके साथ ही 15 मंदिरों को भी निशाना बनाने की चेतावनी आतंकी संगठन की ओर से दी गई है। धमकी भरा पत्र हरियाणा के जगाधरी रेलवे पुलिस को मिला है। इस चेतावनी के बाद हरियाणा का खूफिया तंत्र अलर्ट मोड़ में आ गया है।
प्रदेश के रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से मिली है। अंबाला मंडल के डीआरएम के नाम आतंकी संगठन के द्वारा पत्र भेजा गया है। पत्र में हरियाणा के अलग-अलग रेलवे स्टेशनों पर बम के धमाके करने का दावा किया गया है। इस मामले में कार्रवाई करते हुए अंबाला कैंट पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है। हरियाणा के स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी वाले पत्र की पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। यह कार्रवाई रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की शिकायत पर की गई है। पत्र में कहा गया कि रेवाड़ी, पानीपत, यमुनानगर, करनाल, सोनीपत, जगाधरी, अंबाला मंडल के तहत पड़ने वाले अंबाला कैंट, शिमला, चंडीगढ़, सहारनपुर और दूसरे कई रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाया जाएगा।
रेलवे पुल के अलावा मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी उड़ाने की धमकी
पत्र में हरियाणा के रेवाड़ी, हिसार और सिरसा में रेलवे पुल के अलावा हरियाणा के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। 6 दिसंबर को अंबाला के प्रमुख मंदिरों, गुरुद्वारों तथा हिमाचल के कई मंदिरों, फौजी मंदिरों व गुरुद्वारों, हवाई अड्डों को भी निशाना बनाने का जिक्र है। पुलिस ने आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पुलिस महानिदेशक अलर्ट, जीआरपी और आरपीएफ ने बढ़ाई गश्त
लश्कर-ए-तैयबा की ओर से चेतावनी को लेकर हरियाणा सरकार की ओर से अभी तक कोई बयान नहीं आया है। बताया जा रहा है कि इस गुप्त सूचना को लेकर हरियाणा के पुलिस महानिदेशक अलर्ट हो गए हैं। वह गोपनीय स्तर पर आतंकी संगठन के द्वारा जारी की गई इस चेतावनी की जांच पड़ताल करा रहे हैं। वहीं जीआरपी व आरपीएफ ने स्टेशनों पर गश्त बढ़ा दी है, जबकि स्टेशन की सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए उच्चाधिकारियों की बैठक भी शुरू हो गई। उम्मीद है कि स्टेशन की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस, बम स्क्वायड और कमांडो दस्ते की मदद ली जाएगी, ताकि कहीं भी कोई अप्रिय घटना होती है तो तुरंत टीम को मौके पर भेजकर स्थिति को काबू किया जा सके।
त्योहारी सीजन में बस स्टैंड व रेलवे स्टेशनों पर रहता है ज्यादा आवागमन
नवंबर माह को त्योहारों का महीना माना जाता है। इस वर्ष 12 नवंबर को दीपावली का पर्व है। इसके बाद 13 नवंबर को गोवर्धन पूजा है। त्योहारों को लेकर बाजारों में काफी भीड़भाड़ रहती है। बस स्टैंड के अलावा रेलवे स्टेशनों पर भी अन्य दिनों की अपेक्षा लोगों का आवागमन ज्यादा रहता है। ऐसे में पुलिस प्रशासन का सतर्क रहना जरूरी है। स्टेशनों पर जीआरपी और आरपीएफ के गश्त बढ़ाने के साथ पुलिस प्रशासन भी सतर्क हो गया है।