हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में पुलिस ने बीती रात ऐलनाबाद के गांव तलवाड़ा खुर्द निवासी वकील जरनैल सिंह बराड़ को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के मुताबिक एडवोकेट जरनैल सिंह बराड ने एक मैसेज लिखकर ग्रुप में शेयर किया था। उन्होंने लिखा था कि किसान आंदोलन में शहीद हुए शुभकरण पर गोलियां सरकार के आदेश पर चलाई गई। अगर सरकार नहीं मानती है तो प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज को एक माह के भीतर अपने झूठ का परीक्षण करवाना चाहिए।
अगर राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री अपना लाई डिटेक्ट टेस्ट नहीं कराएंगे तो मैं उन्हें मारने के लिए मजबूर हो जाऊंगा। उन्होंने लिखा था कि किसान आंदोलन पर गोली चलाना कायरता है और भारत की एकता, अखंडता और लोकतंत्र पर सीधा हमला है। भारत की एकता, अखंडता और लोकतंत्र पर हमला कभी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री के आदेश के बिना कभी गोली नहीं चलती। उन्होंने लिखा था, ”किसान आंदोलन पर गोलीबारी और शुभकरण की हत्या को मैं लोकतंत्र की हत्या मानता हूं।
स्वतंत्रता लोकतंत्र का मूल आधार
आंदोलन, विचार और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता लोकतंत्र का मूल आधार है। नागरिकों पर गोली चलाने का एकमात्र अधिकार तब है जब आंतरिक और बाहरी सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा हो। लेकिन किसान आंदोलन में ऐसा कोई खतरा नहीं था। लोकतंत्र में प्रदर्शन करना नागरिकों का मौलिक अधिकार है इसलिए लोकतंत्र पर पहला हमला आंदोलनकारी किसानों को हरियाणा सीमा पर रोकना है। ट्रैक्टरों को रोकना दूसरा हमला है। गोलीबारी और आंसू गैस तीसरा बड़ा हमला है। जब वायरल मैसेज पुलिस तक पहुंचा तो उन्होंने वकील जरनैल सिंह बराड के खिलाफ आईपीसी की धारा 506 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया।