(सिटी तहलका से सुधीर जाखड़ की रिपोर्ट) हरियाणा की राजनीति और विशेषकर भाजपा से जुडी बड़ी खबर सामने आ रही है। 15 राज्यों में राज्यसभा के सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। हरियाणा में खाली होने वाली राजयसभा की एक सीट के लिए जबरदस्त लॉबिंग चल रही है। वहीं इस सीट के लिए भाजपा के कुछ खास नामों की चर्चा पार्टी हाईकमान के सामने चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा इस बार जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए नया दांव खेल सकती है।
गौरतलब है कि हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली होने वाली है, जिसको लेकर भाजपा में लॉबिंग का दौर शुरू हो गया है। वर्तमान में हरियाणा से राज्यसभा के 5 सदस्य हैं। बीजेपी के राज्यसभा सदस्य सांसद जनरल डीपी वत्स का कार्यकाल 2 अप्रैल को पूरा होने वाला है। इस बार जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए भाजपा नया दांव खेल सकती है। ऐसे में इस सीट को लेकर पहले से ही नेताओं द्वारा कोशिशें की जा रही थी। हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा के लिए भी यह सीट काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले ही राज्यसभा की इस सीट के लिए चुनावी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
ऐसे में भाजपा इस सीट पर प्रत्याशी का चयन करने से पहले क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण भी साधेगी, ताकि लोकसभा चुनावों में इसका पूरा फायदा मिल सके। बताया जा रहा है कि राज्यसभा में उम्मीदवार चयन करने की प्रक्रिया के दौरान लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखा जाएगा, ताकि उस समय इस एक सीट के हिसाब से प्रत्याशियों का चयन किया जा सके।

भाजपा डॉ. डीपी वत्स को वर्ष 2018 में भेजा था राज्यसभा
राज्यसभा की खाली हो रही एक सीट के लिए भाजपा में लॉबिंग शुरू हो चुकी है। बता दें कि हरियाणा से राज्यसभा के पांच सदस्य यानि 5 राज्यसभा सांसद हैं। इनमें 3 भाजपा, 1 निर्दलीय और 1 कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। भाजपा के राज्यसभा सदस्य जनरल डॉ. डीपी वत्स का कार्यकाल 2 अप्रैल को पूरा हो रहा है। जिनके स्थान पर प्रदेश के भाजपा नेताओं ने राज्यसभा पहुंचने के लिए लॉबिंग शुरू कर दी है। बता दें कि भाजपा ने डॉ. डीपी वत्स को वर्ष 2018 में राज्यसभा में भेजा था। आर्मी से सेवानिवृत्त होने के बाद डॉ. डीपी वत्स कांग्रेस में शामिल हो गए थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा की सरकार ने उन्हें हरियाणा लोकसेवा आयोग (एचपीएससी) का चेयरमैन नियुक्त किया था। एचपीएससी में कार्यकाल पूरा होने के बाद उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कहते हुए भाजपा का दामन थाम लिया था।

भाजपा इस सीट के लिए नए चेहरे की तलाश में जुटी, कई नेता कतार में
बता दें कि भाजपा ने डॉ. डीपी वत्स को ब्राह्मण कोटे से राज्यसभा में भेजा था। उनका कार्यकाल नजदीक होने की वजह से भाजपा पहले से ही इस सीट के लिए नए चेहरे की तलाश शुरू कर चुकी है। प्रदेश के करीब एक दर्जन भाजपा नेता राज्यसभा सदस्य बनने की कतार में लगे हैं। राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव राज्य विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों की ओर से अप्रत्यक्ष तौर पर किया जाता है। राज्यसभा एक स्थायी सदन है। इसके एक-तिहाई सदस्य हर दो साल में सेवानिवृत्त हो जाते हैं। जिससे सदन के कामकाज में निरंतरता बनी रहती है। राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल छह साल का होता है।

राजस्थान से राज्यसभा में भेजे गए हरियाणा के एक और सदस्य का कार्यकाल पूरा
राज्यसभा सदस्य के तौर पर डॉ. डीपी वत्स की अब खाली होने वाली सीट के लिए कई नेताओं में मारामारी छिड़ चुकी है। सूत्रों की मानें तो जो नाम चर्चा के लिए आए हैं, भाजपा में उनके नामों पर चर्चा की जा सकती है। इस मामले में खास बात यह भी सामने आ रही है कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव का राज्यसभा का कार्यकाल भी पूरा हो रहा है। भूपेंद्र यादव मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले हैं, लेकिन भाजपा ने उन्हें राजस्थान से राज्यसभा में भेजा हुआ है। दक्षिण हरियाणा में केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत की टक्कर में भाजपा भूपेंद्र यादव को हरियाणा से राज्यसभा में भेज सकती है।
इनके अलावा भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, हरियाणा के पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की सदस्य एवं पूर्व सांसद डॉ. सुधा यादव, प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री पंडित रामबिलास शर्मा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती, मुख्यमंत्री के निवर्तमान राजनीतिक सचिव अजय गौड़, भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, पूर्व उद्योग मंत्री विपुल गोयल और पूर्व मंत्री कविता जैन के नामों पर भाजपा में चर्चा होना संभव है।

राज्यसभा की खाली सीटों पर यह होगा चुनावी कार्यक्रम
राज्यसभा में खाली होने वाली सीटों को लेकर चुनावी कार्यक्रम कुछ इस प्रकार रह सकता है। बता दें कि राज्यसभा की एक सीट के लिए 8 फरवरी को नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इसी दिन से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। नामांकन-पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया 15 फरवरी तक चलेगी। इसके बाद 16 फरवरी को इनकी छंटनी की जाएगी। 20 फरवरी नामांकन-पत्र वापसी की आखिरी तारीख मानी गई है। जरूरी हुआ तो इस सीट के लिए 27 फरवरी को मतदान हो सकता है। वहीं हरियाणा में खाली होने जा रही राज्यसभा सीट पर किस भाजपा नेता का दांव लग सकता है। इस बारे में आपका क्या मानना है। इसकी जानकारी हमें कमेंटस में दी जा सकती है।