हरियाणा के रोहतक में गोकर्ण तीर्थ के महंत कपिल पुरी से 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। जहां पर एक महिला व 3 आरोपी महंतों ने अयोध्या में जमीन बेचने के नाम पर बयाना के रुप में मंहत कपिल पुरी से 30 लाख रुपये लिए गए थे। मंहत ने जब आरोपियों से जमीन का रिकॉर्ड मांगा तो आरोपी टाल-मटोल करने लगे और मोबाइल भी बंद कर लिया जिसके बाद मंहत कपिन पुरि ने इसकी शिकायत साइबर पुलिस थाना को दी। पुलिस ने मंहत की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और आगामी जांच में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार मंहत कपिल पुरी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्हें उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आश्रम बनाने के लिए एक प्लॉट की आवश्यकता थी। उन्होंने इस संबंध अपने जानकार मध्यप्रदेश निवासी महंत महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद पुरी से चर्चा की। इस दौरान महंत पुरी ने बताया कि उसकी अयोध्या में जानकारी है। आरोपी महंत पुरी ने अयोध्या में प्लॉट दिलाने का आश्वासन दिया। उसने दूसरे महंत सिद्धनाथ से फोन पर बात कराई। इस दौरान सिद्धनाथ ने कहा कि वह राम मंदिर के नजदीक एक प्लॉट दिलवा देगा। विश्वास करके वह जमीन खरीदने के लिए राजी हो गया। इस जगह का महंत सिद्धनाथ ने 30 लाख रुपये बयाना मांगा। रुपये जमा करवाने के बाद जमीन देने की बात कही।
महंत कपिल पुरी ने उनकी बातों में आकर रुपये जमा करवाने के लिए खाता मांगा तो आरोपी महंत ने अपनी शिष्या कंचन कुमारी का खाता दिया। उसमें 30 लाख रुपये जमा करवाने की बात कही। जिसके बाद दिए गए खाते में तीन ट्रांजेक्शन की। 6 फरवरी को 10 लाख रुपये, 7 फरवरी को 10 लाख और 8 फरवरी को 10 लाख रुपये जमा करवाए। जब जमीन का विवरण मांगा तो आरोपियों ने एक-दो दिन में विवरण देने की बात की। चार-पांच दिन बाद दोबारा बयाना करवाने के लिए कहा तो तीनों आरोपी टाल-मटोल करने लगे और मोबाइल बंद कर लिया। साइबर थाना एसएचओ राजीव ने बताया कि शिकायत मिली है। तीनों महंतों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है।