महापंचायत : 20 को जंतर-मंतर पर होगी महापंचायत, सीएम को हटाने और मामन खान की गिरफ्तारी की मांग

नूंह पलवल बड़ी ख़बर हरियाणा

नूंह हिंसा मामले को लेकर पलवल में चल रही सर्वजातीय हिंदू महापंचायत में 20 को दिल्ली के जंतर-मंतर पर महापंचायत करने का निर्णय लिया गया है। महापंचायत में काफी संख्या में हिंदू समाज के लोगों ने भाग लिया। साथ ही महापंचायत में सोहना तावडू के विधायक संजय सिंह, पलवल के पूर्व विधायक सुभाष चौधरी और देव सेना फरीदाबाद के अध्यक्ष बृजभूषण भी शामिल हुए।

महापंचायत के दौरान विधायक संजय सिंह ने ब्रजमंडल यात्रा पूरी करनी की बात कही। देव सेना फरीदाबाद के अध्यक्ष ब्रजभूषण सैनी ने कहा कि 20 अगस्त को दिल्ली जंतर-मंतर पर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। वहीं हरियाणा गौरक्षा दल के उपाध्यक्ष आचार्य आजाद ने फिरोजपुर झिरका के विधायक मामन खान को नूंह दंगे का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मामन खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भी बदलने की भी मांग की।

मेवात के नूंह में हिंसा के बाद पलवल में सर्वजातीय हिंदू महापंचायत चल रही है। महापंचायत को पहले नूंह में आयोजित किया जाना था, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू और माहौल के चलते मंजूरी प्रदान नहीं की। इसके बाद पलवल के नूंह-पलवल रोड स्थित गांव पोंडरी महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत का उद्देश्य 28 अगस्त को नूंह में निकाली जाने वाली ब्रजमंडल यात्रा को लेकर निर्णय लेना था। वहीं महापंचायत को लेकर नूंह प्रशासन और पुलिस पूरी तरह अलर्ट रहे। इस दौरान भड़काउ भाषण देने वालों पर खुफिया तंत्र भी अपनी खास नजर रखे हुए था। महापंचायत के दौरान सभी वक्ताओं के भाषण को रिकॉर्ड कराने की बात सामने आई थी। वहीं सर्वजातीय हिंदू महापंचायत में पलवल, नूंह और गुरुग्राम के लोगों को शामिल किया गया।

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महापंचायत में प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी हुई चर्चा

महापंचायत के आयोजकों ने कहा कि सर्वजातीय महापंचायत मेवात के 40 हिंदू पाल और 12 मुस्लिम पाल के चौधरी अरुण जैलदार के मार्गदर्शन में की जा रही है। जिसमें 31 जुलाई को हुई हिंसा के बाद 6 घंटे तक बंधक रहे लोगों और प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर चर्चा की गई। साथ ही महापंचायत में चर्चा कर वक्ताओं ने अपनी मांंगों को सबके सामने रखा।

महापंचायत का 5 पाल ने किया बहिष्कार

पलवल में चल रही सर्वजातीय हिंदू महापंचायत का डागर पाल की ओर से पूर्ण बहिष्कार किया गया। उनके इस निर्णय से महापंचायत को बड़ा धक्का लगा। डागर पाल के बहिष्कार के साथ रावत, सहरावत, चौहान व तेवतिया पाल के पंचों ने भी अपनी सहमति जताकर महापंचायत के बहिष्कार की बात कही थी। जिसकी पुष्टि डागर पाल के प्रधान चौधरी धर्मबीर डागर ने की थी। यह निर्णय डागर पाल के गांव मंडकोला में पंचायत करके लिया गया।

हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय को एक कर हो महापंचायत

डागर पाल के प्रधान चौधरी धर्मबीर डागर का कहना है कि महापंचायत का उद्देश्य भाईचारे और सौहार्द की बात करना है। हम चाहते हैं कि अगर महापंचायत होती है तो उसमें हिंदू और मुस्लिम समुदाय दोनों समुदाय के सभी लोग भाग लें। पाल और खापों का कर्तव्य समाज को जोड़ना है, तोड़ना नहीं। कुछ लोग धार्मिक संगठनों का चोला पहनकर समाज को तोड़ने का काम कर रहे है, यह बिल्कुल सही नहीं है। इस महापंचायत में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लोग हैं, इसलिए हम साथ नहीं हैं। अगर महापंचायत करनी है तो दोनों समुदाय को एक करके होनी चाहिए।

महापंचायत के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त
नूंह हिंसा को लेकर पलवल में चल रही विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और हिंदू समुदाय की महापंचायत को लेकर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए। कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की है। कानून एवं व्यवस्था के लिए जिला नूंह-पलवल बॉर्डर के नजदीक गांव किरा नूंह सदर थाना में नाका लगाया गया है। पंचायती राज के एक्सईएन नरेंद्र सिंह कुंडू को नूंह-पलवल रोड किरा गांव में पुलिस नाके के पास और जिला नगर योजनाकार बिनेश कुमार को सोहना-पलवल रोड गंगोली के पास ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाया गया है। उपमंडल मजिस्ट्रेट नूंह को अपने संबंधित उपमंडल में कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।