हरियाणा में लोकसभा चुनाव से राजनीतिक पार्टियों में उथल-पथल का दौर जारी है। विधायकों से शुरू हुआ पार्टी छोड़ने का सिलसिला अब प्रदेशाध्यक्ष और चेयरपर्सन तक जा पहुंचा है। जननायक जनता पार्टी के विधायकों के बाद अब प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह पार्टी से किनारा कर चुके हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि उनके बाद अब चेयरपर्सन कमलेश सैनी जजपा को अलविदा करने को तैयार है।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले विधायक, नगर परिषद चेयरपर्सन और अन्य बड़े नेताओं का पार्टियों को छोड़ने का सिलसिला जारी है। नारनौल नगर परिषद चेयरपर्सन कमलेश सैनी ने जजपा पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्याग पत्र दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला को भेज दिया है। संभावना जताई जा रही है कि कमलेश सैनी आगामी 4 दिनों के अंदर भाजपा का कमल थाम पार्टी में शामिल हो सकती हैं।

बता दें कि कमलेश सैनी नारनौल से दो बार विधायक का चुनाव लड़ चुकी हैं। हालांकि दोनों चुनाव में नजदीकी मुकाबलों में वह दूसरे नंबर पर रही थी। वहीं डेढ़ साल पहले नारनौल नगर परिषद का चुनाव निर्दलीय लड़कर कमलेश सैनी ने हरियाणा में सबसे अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी। उधर कमलेश सैनी के ससुर ट्रांसपोर्टर स्वर्गीय भानाराम सैनी ने भी एक बार महेंद्रगढ़ और दूसरी बार वर्ष 2009 में नारनौल से चुनाव लड़ा था। वह भी करीब ढाई हजार वोटों से हार गए थे। भानाराम सैनी ने उस समय इनेलो से चुनाव लड़ा था। वहीं उनकी पुत्रवधू कमलेश सैनी ने भी वर्ष 2014 का चुनाव इनेलो और वर्ष 2019 का जजपा से चुनाव लड़ा था।
