Narnaul में गांव दौचाना के आईटीबीपी(ITBP) में उत्तराखंड में तैनात 35 वर्षीय जवान देश के लिए शहीद हो गया। बीमारी के चलते उसकी मौत हो गई। जवान का आज उसके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। देहरादून से आईटीबीपी की एक बटालियन गांव दौचाना पहुंची। जवान के अंतिम दर्शनों के लिए दौचाना गांव के अलावा आसपास के अनेक गांवों के लोग भी पहुंच गए।
बता दें कि गांव दौचाना का 35 वर्षीय रसीद खान आईटीबीपी देहरादून में कार्यरत था। रसीद खान अपनी बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात था। कुछ दिन पूर्व उसने हार्निया का आपरेशन करवाया था। जिसके बाद से वह बीमार चलने लग गया था। उसको देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पर इलाज के दौरान रसीद खान ने दम तोड़ दिया। रसीद खान के दो लड़के हैं। इनमें एक आठ साल का बड़ा लड़का तथा पांच साल का छोटा लड़का है। उनकी पत्नी नगमा हाउस वाइफ हैं। रसीद खान कई सालों से कनीना में रह रहे थे, जबकि उनका पैतृक गांव दौचाना है।
रसीद खान का अंतिम संस्कार करने के लिए आईटीबीपी की एक बटालियन गांव में पहुंची तो सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण वहां पर जमा हो गए। वहीं गांव बलाहा कलां से भी अनेक लोग पहुंचे। पूरे गमगीन माहौल में रसीद खान का अंतिम संस्कार किया गया। यहां पर लोगों ने भारत माता की जय तथा वंदे मातरम के नारे भी लगाए।