Mewat : गो हत्या रोकने के लिए सरपंच हुए लामबंद, गांवों में होगा गो हत्यारों का बहिष्कार

नूंह हरियाणा

मेवात के माथे से गो हत्या का दाग धोने के लिए क्षेत्र के पंच-सरपंच तथा सामाजिक कार्यकर्ता लामबंद हुए हैं। गुरुवार को फिरोजपुर झिरका खंड के 48 सरपंचों और इलाके के कई सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मीटिंग कर अपने-अपने गांवों में गो हत्या, तस्करी तथा नशाखोरी सहित अन्य सामाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाने का प्रण लिया। मीटिंग में सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गया कि गो हत्या तथा तस्करी से जुड़े लोगों का गांवों से सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।
बता दें कि मेवात में गो हत्या के बदनुमा दाग ने जहां इस क्षेत्र की छवि को धूमिल किया है, वहीं इसकी वजह से यहां के सदियों के भाईचारे को भी ठेस पहुंचाने का काम किया है। नूंह हिंसा भी इसी का कारण रही। मीटिंग में बोलते हुए प्रधान साबिर सरपंच, जिला पार्षद उमर पाडला, फकरुदीन चेयरमैन ने कहा कि गो हत्या के कारण बाहरी इलाकों में मेवात की छवि अच्छी नहीं है। यहां कि कुल आबादी में मात्र शून्य प्रतिशत आमाजिक तत्व ऐसे हैं, जो इस घिनौने कार्य को करते हैं।

खंड के सरपंच हुए एकजुट

सामाजिक ताने-बाने के लिए तोड का कारण बन रही गो हत्या को लेकर खंड के सरपंच एकजुट हुए हैं, जो अच्छी बात है। उन्होंने कहा नूंह की हिंसा का दुख सभी को है, नूंह में जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था। इस घटना ने इलाके की तस्वीर धूमिल की है। उन्होंने कहा कि गो हत्या ने भी इस इलाके को कलंकित किया है। हम इसको लेकर शर्मिंदा हैं कि कुछ असामाजिक तत्व गो हत्या जैसे कार्य को कर इस इलाके को बदनाम कर रहे हैं। इन्हीं पर कार्रवाई हेतु सरपंचों ने एकजुटता दिखाकर कड़े निर्णय लिए हैं।

कदम निर्णायक एवं सराहनीय : डीएसपी

इस मौके पर मीटिंग में पहुंचे डीएसपी सतीश वत्स ने कहा कि सरपंचों तथा सामाजिक लोगों द्वारा गो हत्या तथा सामाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाने के लिए उठाया गया, कदम निर्णायक और सराहनीय है। इसके लिए पुलिस द्वारा सरपंचों की मुहिम का समर्थन कर उनका भरपूर सहयोग करेगी। इस मौके पर फारुक सरपंच घाटा, आबिद सरपंच, सलीम शाह सरपंच, राकेश सरपंच, इसाक सरपंच, मोहनलाल सरपंच, अलाउदीन सरपंच, शाहिद सरपंच सहित कई गांवों के सरपंच उपस्थित रहे।
11 सदस्यों की कमेटी बनाई

सरपंच एसोसिएशन के ब्लॉक प्रधान साबिर सरपंच रनियाला ने बताया कि खंड के सभी सरपंच गोहत्या सहित अन्य सामाजिक बुराईयों पर रोकथाम को लेकर चिंतित हैं। उन्होंने बताया कि गांवों में इसी रोकथाम को लेकर 11 सदस्यों की एक कमेटी खंड स्तर पर बनाई गई है। कमेटी के सदस्य ग्रामीणों से मीटिंग कर गोहत्या तथा इस कार्य से जुड़े लोगों को पकड़वाने और सामाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाने के लिए सहयोग मांगा जाएगा। कमेटी में जिला पार्षद उमर पाड़ला, फकरुदीन चेयरमैन, साबिर सरपंच, खिल्लू प्रधान रीगढ़, रघुबीर सरपंच, हनीफ सरपंच, अब्दुल गनी सरपंच, सावेद सरपंच, आरिफ सरपंच, सरफराज सरपंच, मास्टर सरफराज, आजाद सरपंच दोहा शामिल हैं। प्रधान ने बताया कि सामाजिक बुराईयों की रोकथाम की शुरूआत गांव घाटा शमशाबाद से होगी।
यूनिवर्सिटी के लिखे जाएंगे पोस्टकार्ड

मीटिंग में मेवात की शिक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की गई। शिक्षाविद सरफराज नवाज ने कहा जिस तरह मेवात के माथे पर गोहत्या का कलंक है ठीक वैसे ही अशिक्षा ने भी इस क्षेत्र की काफी चीजें प्रभावित की हैं। जिस युवा पीढ़ी को पढऩा चाहिए, वो युवा पीढ़ी नशाखोरी, टटलूबाजी तथा गोहत्या में लिप्त हो रही है। मगर अब मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि मेवात में यूनिवर्सिटी बनवाने के लिए सरपंचों द्वारा एक मुहिम चलाई जाएगी। इसके लिए प्रत्येक गांव के सरपंच तथा हजारों ग्रामीण राष्ट्रपति तथा प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिखकर यूनिवर्सिटी खोलने की मांग करेंगे। उन्होंने सेल्फी विद डॉटर सुनील जागलान और फिल्म अभिनेता सोनू सूद द्वारा उठाई गई मेवात यूनिवर्सिटी की मांग की सरहाना की।

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