➤मुख्यमंत्री ने कहा: मनीषा हमारी बेटी, न्याय जल्द सुनिश्चित किया जाएगा
➤Bhiwani SP का तबादला, पांच पुलिसकर्मी निलंबित; निष्पक्ष जांच का भरोसा
➤परिजनों का धरना जारी, ग्रामीणों का आक्रोश—दिल्ली-पिलानी रोड जाम
हरियाणा के भिवानी जिले में 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा की निर्मम हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। घटना के बाद से ही परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा सड़कों पर है। न्याय की मांग को लेकर दिल्ली-पिलानी रोड जाम, कैंडल मार्च और बाजार बंद जैसे विरोध-प्रदर्शन लगातार जारी हैं। परिजनों ने साफ कर दिया कि जब तक सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “मनीषा हमारी बेटी है। दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। सरकार का दायित्व है कि हर बेटी को न्याय मिले और इस मामले में पूरी निष्पक्षता बरती जाएगी।”
प्रारंभिक जांच में पुलिस की लापरवाही सामने आने के बाद मुख्यमंत्री ने तुरंत भिवानी के SP मनबीर सिंह का तबादला कर दिया। साथ ही, मामले से जुड़े पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठा दी गई है। सरकार ने साफ कर दिया कि जांच में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
गांव और आसपास के इलाकों में माहौल बेहद तनावपूर्ण है। ग्रामीणों ने आक्रोश जताते हुए मांग की है कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए। सामाजिक संगठनों और छात्र संगठनों ने भी सड़क पर उतरकर आंदोलन का समर्थन किया है।
धरने पर बैठे परिजनों का कहना है कि जब तक सरकार और पुलिस ठोस कदम नहीं उठाती, वे पीछे नहीं हटेंगे। मृतका के परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो शायद उनकी बेटी की जान बचाई जा सकती थी।
इस पूरे प्रकरण ने हरियाणा की कानून-व्यवस्था और पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का मानना है कि सरकार और पुलिस को अब केवल कड़े शब्दों में बयान नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई से जनता का भरोसा जीतना होगा।