- मनीष की मौत मरीना बे में डूबने से बताई गई, परिवार को मौत पर शक
- सिंगापुर पुलिस जांच में जुटी, शव के साथ पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी भारत भेजी गई
Manish death Singapore: परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए जिस बाप ने कर्ज लेकर अपने लगते जिगर को विदेश भेजा था। उसी का शव पिता को कर्ज लेकर विदेश से मांगवाना पड़ा है। मामला हरियाणा के करनाल जिले के कैमला गांव का है। यहां रहने वाले 23 वर्षीय मनीष की संदिग्ध मौत सिंगापुर में हुुई। बुधवार सुबह करीब 3 बजे उसका शव सिंगापुर से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा, जिसे परिवार ने रिसीव कर गांव लाया। शव को अंतिम दर्शन के लिए घर पर रखा गया, जिसके बाद आज सुबह गांव के श्मशान घाट में मनीष का अंतिम संस्कार किया गया।
मनीष की मौत सिंगापुर के मरीना बे में डूबने से बताई गई है। परिजनों के अनुसार, शव के साथ ताबूत में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी भेजी गई है, जिसमें डूबने से मौत की पुष्टि की गई है। लेकिन परिवार इस निष्कर्ष को मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि मनीष बिल्कुल सामान्य और खुश था।
12 अप्रैल की शाम मनीष ने अपनी मां सुमन और बहन मोनिका से फोन पर बात की थी। उसने उन्हें बताया था कि वह सोमवार को 40 हजार रुपए अकाउंट में भेजेगा, ताकि घर का खर्च आसानी से चल सके। लेकिन उसी रात वह लापता हो गया।
उसका रूममेट संजू, जो यमुनानगर का रहने वाला है, उसने बताया कि रात 10 बजे मनीष ने कहा कि वह अपने घर वालों से बात करके आता है, लेकिन फिर वह लौटकर नहीं आया। सुबह उसकी डेडबॉडी मरीना बे पर मिली, जिसकी जानकारी पुलिस ने दी।
परिजन मानने को तैयार नहीं कि यह हादसा है। वे इसे साजिश मान रहे हैं। उनका कहना है कि मनीष नॉर्मल था, वह डूबकर मर नहीं सकता। वह पहले अपने गांव के रिंकू और फिर अमेरिका में रह रहे अपने दोस्त साहिल से बात कर रहा था और सब कुछ ठीक लग रहा था।
मनीष के पिता भीम सिंह ने उसे विदेश भेजने के लिए 15 लाख रुपए खर्च किए थे, जिसमें जमीन भी बेची गई और कर्ज भी लिया गया। वह सिंगापुर के नारनिया इलाके में एक टेक्नो कंपनी में वर्क परमिट पर काम करता था और हर महीने 30 से 40 हजार रुपए घर भेजता था।
शव लाने में 4 से 5 लाख रुपए का खर्च आया जो परिवार ने जैसे-तैसे इकट्ठा किया। ऑनलाइन मदद की अपील भी की गई लेकिन बहुत कम पैसे जुट पाए। इसके बाद गांव और रिश्तेदारों से पैसे लेकर शव भारत मंगवाया गया।
मंगलवार रात 11 बजे सिंगापुर से फ्लाइट दिल्ली के लिए रवाना हुई और आज सुबह 3 बजे शव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। मनीष का अंतिम संस्कार उसके गांव के श्मशान घाट में किया गया।
परिवार अब सिंगापुर पुलिस की जांच पर टकटकी लगाए हुए है और चाह रहा है कि बेटे की मौत के पीछे का सच सामने आए।