हरियाणा के जिला सोनीपत में एक मार्केटिंग फर्म में तैनात 2 सुपरवाइजरों ने कंपनी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगाने का मामला सामने आया है। यह दोनों ड्राइवरों से मिलीभगत करके यहां सामान ले जाने वाली गाड़ियों में बिल से ज्यादा माल लोड कर देते थे। शक होने पर कंपनी के अधिकारियों ने एक गाड़ी ड्राइवर को मोहरा बनाकर दोनों की हेराफेरी का पर्दाफाश किया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ बहालगढ़ थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
टीडीआई सिटी कुंडली में रहने वाले बिजेंद्र सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह खेवड़ा रोड बहालगढ़ स्थित आदर्श मार्केटिंग कंपनी में सीनियर मैनेजर है। इस फर्म में आंबेडकर कॉलोनी खेवड़ा निवासी सुशील ट्रांसपोर्ट सुपरवाइजर है और गांव सेवली निवासी राजेंद्र लोडिंग सुपरवाइजर है। कंपनी में काफी समय से माल गायब हो रहा था। सीसीटीवी और अन्य जांच के बाद भी माल गायब होने का सुराग नहीं लग रहा था। आरोपी कंपनी को काफी समय से चूना लगाने का काम कर रहे थे।
कंपनी ने पकड़ने के लिए बिछाया जाल
कंपनी के सीनियर मैनेजर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि इस बीच उन्हें सूचना मिली कि सुपरवाइजर सुशील व राजेंद्र ही कंपनी में गड़बड़ी कर रहे हैं। दोनों अन्य साथियों के साथ मिलकर गोदाम से जाने वाले ट्रकों में बिल व कागजात से ज्यादा माल लोड कर गड़बड़ी कर रहे हैं। इसकी सत्यता को चैक करने के लिए उन्होंने एक अन्य ड्राइवर धर्मेंद्र को इनसे अतिरिक्त माल लेने के लिए तैयार किया। इसके बाद आरोपियों की सच्चाई सामने आई।
ट्रक में लोड कराया अतिरिक्त माल किया बरामद
बिजेंद्र सिंह ने बताया कि जब धर्मेंद्र की गाड़ी लोड होने के लिए गोदाम में गई तो ड्राइवर ने इनसे अतिरिक्त माल देने की बात की। यह दोनों तुरंत ही बिल से ज्यादा माल ट्रक में लोड करने के लिए राजी हो गए। इन्होंने 10 अक्तूबर को ट्रक नंबर HR69D-8185 में टाटा नमक के 20 कट्टे (1 KGX 50) अतिरिक्त लोड करा दिए। इनकी कीमत 28 हजार रुपये थी। यह माल उन्होंने ड्राइवर धर्मेंद्र से बरामद कर लिया।
जांच करने पर 20 लाख माल मिला कम, दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
आदर्श मार्केटिंग कंपनी के सीनियर मैनेजर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि इसके बाद उन्होंने कंपनी में सामान की जांच की तो पता चला कि लगभग 20 लाख रुपये का माल गोदाम में कम है। सुशील व राजेंद्र ने ही इस माल को गायब किया है। पुलिस ने बहालगढ़ थाना में दोनों के खिलाफ धारा 408, 34 IPC के तहत मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।