● MBBS एग्जाम घोटाले में PGI के दो कर्मचारियों को सेवा से बर्खास्त किया गया
● पुलिस ने 24 स्टूडेंट और 17 स्टाफ मेंबर सहित 41 आरोपियों पर FIR दर्ज की
● आंसर शीट से छेड़छाड़ की कबूलनामा, 6 लाख रुपये भी बरामद
PGIMS Exam Scam: हरियाणा के रोहतक स्थित पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (PGIMS) में हुए MBBS एग्जाम घोटाले को लेकर कड़ी कार्रवाई की गई है। इस मामले में शामिल दो कर्मचारियों – कंप्यूटर ऑपरेटर रोशन लाल और असिस्टेंट रोहित को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
PGI के इन कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों को उत्तर पुस्तिकाएं बाहर ले जाने में मदद की, जिससे उन्हें दोबारा उत्तर लिखने का मौका मिला। इस मामले में हरियाणा पुलिस ने 24 MBBS छात्रों और 17 स्टाफ सदस्यों सहित कुल 41 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है।
जनवरी में जब यह घोटाला उजागर हुआ था, तो दोनों कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया। इसके बाद फरवरी में यूएचएसआर प्रशासन ने 41 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई। इसमें दो निजी कॉलेजों के 24 MBBS छात्र भी शामिल पाए गए।
जांच में यह भी सामने आया कि उत्तर पुस्तिकाओं और अवॉर्ड लिस्ट में गड़बड़ी की गई थी, जिससे संभावित छेड़छाड़ का संकेत मिला। बर्खास्त किए गए कर्मचारी रोशन लाल ने कबूल किया कि उसने आंसर शीट में हेरफेर करने के बाद उन्हें फिर से सिलकर जमा कर दिया। पुलिस ने उसके घर से 6 लाख रुपये भी बरामद किए।
बर्खास्तगी आदेश में क्या कहा गया?
PGIMS के कुलपति प्रोफेसर एचके अग्रवाल ने बर्खास्तगी आदेश जारी करते हुए कहा कि रोशन लाल और रोहित सेवा में बने रहने के योग्य नहीं हैं।
आदेश में यह भी उल्लेख किया गया कि दोनों आरोपी वर्तमान में जेल में हैं, लेकिन अगर वे जमानत पर बाहर आए तो गवाहों को डराने या प्रभावित करने की आशंका है। इसलिए, पुलिस उनकी जमानत पर आपत्ति जता सकती है।
पुलिस जांच जारी, अन्य आरोपी भी शिकंजे में
इस मामले में हरियाणा पुलिस की जांच जारी है, और संभावना जताई जा रही है कि घोटाले में शामिल अन्य लोगों पर भी जल्द कड़ी कार्रवाई होगी।