Rohtak महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (MDU) की इनोवेशन और स्टार्टअप संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पहचान मिली है। विश्वविद्यालय में विकसित अनूठी फूड ट्रक स्टार्टअप पहल ‘डैफेटेरिया’ को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पर्पल फेस्ट में आमंत्रित किया गया है।
कैसे बना ‘डैफेटेरिया’ एक मिसाल?
‘डैफेटेरिया’ कोई साधारण फूड ट्रक नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता डबल-डेकर रेस्तरां है, जिसे बस्टॉरेंट (बस + रेस्तरां) के रूप में डिजाइन किया गया है। इसके ग्राउंड फ्लोर पर लाइव किचन है, जबकि ऊपरी डेक पर 21-सीटर वातानुकूलित डाइनिंग स्पेस मौजूद है। यह आइडिया एमडीयू एलुमनी पद्माजय का था, जिसे विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर इनोवेशन, इनक्यूबेशन और एंटरप्रेन्योरशिप (CIIE) में इनक्यूबेट किया गया।
राष्ट्रपति भवन से मिला निमंत्रण
इस उपलब्धि की जानकारी IHTM निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने कुलपति प्रो. राजबीर सिंह को दी। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इस अनूठे स्टार्टअप को पर्पल फेस्ट में प्रदर्शित करने के लिए आमंत्रित किया है। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि डैफेटेरिया नवाचार और सामाजिक उद्यमिता को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है। इसकी राष्ट्रीय स्तर पर सराहना, इसके प्रभाव और मापनीयता का प्रमाण है।
MDU के इनोवेटर्स को राष्ट्रीय मंच
इस अवसर पर डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान, कुलसचिव डॉ. कृष्णकांत, डीएसडब्ल्यू प्रो. रणदीप राणा, डीन सीडीसी प्रो. विनीता हुड्डा, चीफ वार्डन बॉयज प्रो. सत्यवान बरोदा, चीफ कंसल्टेंट आउटरीच प्रो. राजकुमार, CIIE के निदेशक प्रो. राहुल ऋषि, और ‘डैफेटेरिया’ के युवा उद्यमी साहिल सहारण व मंदीप फौगाट मौजूद रहे।