चंडीगढ़ में एक प्राइवेट स्कूल की तरफ से बच्चों को एक खास दुकान से यूनिफॉर्म खरीदने का मैसेज देने का मामला सामने आया है। बच्चों को वॉट्सऐप ग्रुप पर विंटर यूनिफॉर्म खरीदने का संदेश दिया गया है। यह सेक्टर-27 के एक निजी स्कूल का मामला है। इस पर अभिभावकों की तरफ से शिक्षा विभाग को ईमेल कर इसकी शिकायत की गई है।
छात्रों के अभिभावकों ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रबंधकों की तरफ से जिस दुकान का नाम बताया गया है, उस दुकान पर यह यूनिफॉर्म महंगे दामों पर बेची जा रही है। स्कूल प्रशासन को यूनिफॉर्म का ड्रेस कोड बताना चाहिए। यह यूनिफॉर्म शहर की सभी दुकानों पर उपलब्ध होनी चाहिए ताकि कोई भी दुकानदार अतिरिक्त शुल्क न वसूल सके।
क्या कहती है प्रशासन की गाइडलाइन
चंडीगढ़ में शिक्षा विभाग की तरफ से सभी निजी स्कूलों को एक गाइडलाइन जारी की गई है। इस गाइडलाइन के अनुसार, किसी भी स्कूल के परिसर में पुस्तक, यूनिफॉर्म आदि नहीं बेची जा सकती है। साथ ही किसी भी किताब, कॉपी व अन्य सामग्री पर स्कूल का नाम भी नहीं लिखा जा सकता है। अभिभावकों पर किसी विशेष दुकान से यूनिफॉर्म और पुस्तक खरीदने का दबाव भी नहीं बनाया जा सकता है। गाइडलाइन की पालना न करने पर स्कूल की मान्यता भी रद्द करने का प्रावधान है।
शिकायत पर करेंगे जांच
शिक्षा विभाग के निदेशक स्कूल एजुकेशन हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ ने बताया कि मामला उनके ध्यान में नहीं है। अगर अभिभावकों को इस तरह का कोई सर्कुलर जारी किया गया है तो इस शिकायत पर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी। गाइडलाइन को सख्ती से लागू करने के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। जल्द ही नियम बनाकर निजी स्कूलों को भेजे जाएंगे।
स्कूल की तरफ से जारी नहीं किया गया सर्कुलर
स्कूल की प्रिंसिपल डॉक्टर सीमा ने कहा कि स्कूल की तरफ से कोई भी आधिकारिक सर्कुलर जारी नहीं किया गया है। अगर किसी शिक्षक ने वॉट्सऐप पर इस तरह का कोई मैसेज भेजा है तो उसकी जांच की जाएगी।

