➤ महिपाल ढांडा बोले: कांवड़ आस्था का प्रतीक, नाम बदलकर सामान बेचना गलत
➤ हिंदी पर टिप्पणी: मातृभाषा बोलना कभी गलत नहीं, जितनी भाषा सीखे, उतना फायदा
➤ धनखड़ का तंज: कांग्रेस में परिवारवाद, जो जिलाध्यक्ष नहीं बना पाए, वो बयानबाज
रोहतक के जाट भवन में आयोजित एक सम्मान समारोह में प्रदेश के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कांवड़ यात्रा, हिंदी भाषा, कांग्रेस पार्टी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर बेबाक टिप्पणियां कीं। कार्यक्रम में उत्कृष्ट युवाओं को सम्मानित किया गया।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कांवड़ यात्रा के दौरान बिकने वाले सामान को लेकर उठे विवाद पर कहा कि “कांवड़ श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। कोई क्या खरीदता है, यह उसकी मर्जी है, लेकिन किसी दुकान पर नाम बदलकर सामान बेचना गलत है।” उन्होंने कहा कि “विपक्ष सिर्फ धर्म के नाम पर लड़ाई करवाना चाहता है और अब कांवड़ जैसे धार्मिक आयोजन पर भी राजनीति कर रहा है।”
हिंदी भाषा के सवाल पर मंत्री ढांडा ने कहा, “हिंदी हमारी मातृभाषा है, इसे बोलना या कामकाज में इस्तेमाल करना गलत नहीं है। हर राज्य की अपनी भाषा होती है और जितनी भाषाएं सीखी जाएं, उतना फायदा होता है।”
कार्यक्रम में मौजूद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, “जो लोग अपने नेताओं को जिला अध्यक्ष तक नहीं बना पाए, वे अब बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं। कांग्रेस की कमान आज भी एक ही परिवार के पास है जबकि भाजपा एक जीवंत संगठन है, जिसमें 14 करोड़ कार्यकर्ता हैं और 23 राज्यों में नेतृत्व तय हो चुका है।”
ऑपरेशन सिंदूर और रिटायर्ड फौजियों की प्रतिक्रियाओं पर भी धनखड़ ने कहा, “भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का जबरदस्त जवाब दिया। ड्रोनों और मिसाइलों को ध्वस्त कर दुनिया को भारत की ताकत दिखाई। इससे देश और सेना का मनोबल बढ़ा है।“