Haryana के फरीदाबाद के पर्वतीय कॉलोनी स्थित क्रेशर जोन में एक 48 वर्षीय युवक, जो कि मुंशी के पद पर कार्यरत था, ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान फुलेल के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल भेज दिया और परिजनों को सौंप दिया। इस मामले में पुलिस ने क्रेशर मालिक नितिन छाबड़ा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सुसाइड नोट में क्रेशर मालिक पर आरोप
मृतक के शव से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ, जिसमें उसने अपने आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। मृतक के बेटे राजन ने बताया कि उनके पिता पिछले तीन-चार दिनों से मानसिक दबाव में थे और घर में नितिन छाबड़ा द्वारा 2-2.5 लाख रुपये की मांग का जिक्र किया था।
आरोपों की पुष्टि
राजन के अनुसार, उनके पिता पिछले कई सालों से नितिन के क्रेशर स्टोन नंबर 19 पर मुंशी के तौर पर काम कर रहे थे। किसी पार्टी ने क्रेशर लिया था, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। नितिन छाबड़ा लगातार फुलेल पर इस पैसे को लाने का दबाव बना रहा था, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान थे। इसी प्रताड़ना के कारण फुलेल ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस की कार्रवाई
जांच अधिकारी नरेंद्र ने बताया कि मृतक के जेब से मिले सुसाइड नोट के आधार पर क्रेशर मालिक नितिन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है, और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया है।
राजन ने कहा कि वह चाहते हैं कि आरोपी क्रेशर मालिक और जिनका भी सुसाइड नोट में जिक्र किया गया है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।