INLD State President Nafe Singh Rathi Murder Case Updates : इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या के 3 दिन बाद अब उनके परिवार को जान से मारने की धमकी मिली है। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने घर के अलग-अलग नंबरों पर फोन करके परिवार को जान से मारने की धमकी दी है। इस फोन आने के गवाह राठी के घर शोक व्यक्त करने पहुंचे सैकड़ों लोग हैं।
गौरतलब है कि जब नफे सिंह राठी के घर पर धमकी भरा फोन आया, उस दौरान कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान वहीं मौजूद रहे। फोन करने वाले अज्ञात बदमाश परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने बड़े गैंगस्टर के गैंग से होने का हवाला भी दिया है। वहीं धमकी भरी कॉल से परिवार के लोगों में दहशत का माहौल बना है। नफे सिंह के परिजनों की ओर से मामले की जानकारी झज्जर के पुलिस अधीक्षक को दी गई है।
दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार पर किया कटाक्ष, बोलें प्रदेश में जंगलराज जैसी बन गई स्थिति
इस दौरान नफे सिंह राठी के निधन पर शोक जताने पहुंचे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार पर कटाक्ष किया है। उनका कहना है कि प्रदेश में जंगलराज जैसी स्थिति बन गई है। राठी के दोषियों को पकड़ने के लिए सरकार को कड़ा कदम उठाना चाहिए। उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह सोचने का विषय है कि अपनी जान का हवाला देने के बावजूद सरकार ने नफे सिंह राठी को सुरक्षा मुहैया क्यों नहीं करवाई। उन्होंने कहा कि हरियाणा 10 वर्ष के अंदर बेरोजगारी और अपराध में नंबर वन पर आ गया है।
गौरतलब है कि इनेलो प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी की रविवार 25 फरवरी को गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। उनके साथ कार में सवार जयकिशन की भी मौत हो चुकी है। बताया जा रहा है कि इस दोहरे हत्याकांड में लाइन पार थाना में 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें 6 ऐसे लोग शामिल हैं, जिनके नफे सिंह राठी से सीधे संबंध रहे हैं।
लंदन में बैठे गैंगस्टर ने ली नफे सिंह हत्याकांड की जिम्मेदारी
गौरतलब है कि हरियाणा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के अध्यक्ष नफे सिंह राठी की हत्या की जिम्मेदारी 28 फरवरी को लंदन में बैठे गैंगस्टर कपिल सांगवान नंदू ने ली है। गैंगस्टर सांगवान का कहना है कि मैंने ही नफे सिंह राठी को जान से मरवाया है। इसको लेकर उसने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट भी शेयर की है। साथ ही एक फोटो भी डाली है, जिसमें राठी गैंगस्टर मंजीत माहल के साथ नजर आ रहे हैं। गैंगस्टर कपिल सांगवान ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा है कि नफे सिंह की गैंगस्टर मंजीत माहल से गहरी दोस्ती थी।
गैंगस्टर कपिल सांगवान का दावा है कि नफे सिंह राठी ने मेरे जीजा और मेरे दोस्तों की हत्या में माहल का साथ दिया था। पुलिस मेरे जीजा और मेरे दोस्तों की हत्या पर इतना सतर्क होती तो मुझे यह करने की जरूरत नहीं होती। मंजीत माहल भाई संजय के साथ मिलकर प्रॉपर्टी कब्जा करने का काम करता था। ऐसे में जो भी मेरे दुश्मन से हाथ मिलाएगा उसका अंजाम ये ही होगा। नदूं का कहना है कि नफे सिंह राठी की हत्या मैंने करवाई है। माहल से दोस्ती के कारण इनेलो नेता राठी को मारा है। वहीं इस पोस्ट पर हरियाणा पुलिस का कहना है कि फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। गैंगस्टर कपिल सांगवान नंदू अभी यूके में छिपा हुआ है। वहीं से वह गैंग को ऑपरेट कर रहा है।
बताया जा रहा है कि इनेलो नेता नफे सिंह राठी हत्याकांड में अब तक कुल 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। राठी और इनेलो के एक कार्यकर्ता की दिल्ली के पास बहादुरगढ़ में अज्ञात हमलावरों ने उनके वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी करके हत्या की थी। पुलिस की ओर से सोमवार को दर्ज किए गए मुकदमे में पुलिस ने पूर्व भाजपा विधायक नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, रमेश राठी, सतीश राठी, गौरव राठी, राहुल और कमल को नामजद किया गया है। रिपोर्ट में अन्य 5 अज्ञात आरोपियों का भी जिक्र किया गया है। लाइन पार थाना बहादुरगढ़ में गाड़ी चालक एवं नफे सिंह राठी के भांजे राकेश उर्फ संजय के बयान पर मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें कहा गया है कि पांच हमलावर थे। पुलिस ने चालक राकेश उर्फ संजय के बयान पर सोमवार को आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित 8 धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया था कि हमलावर उसे बोले कि तुझे जिंदा छोड़ रहे हैं, जाकर इनके घर बता देना कि नरेश कौशिक, कर्मबीर राठी, सतीश राठी आदि के खिलाफ कभी भी अदालत गए तो सारे परिवार को जान से मार देंगे। नामजद आरोपियों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दें कि बहादुरगढ़ लाइन पार थाना में मुकदमा नंबर 37, 26 फरवरी सोमवार को आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 307, 302, 120बी, 25-27- 54-59 आर्म्स एक्ट के किया मामला दर्ज किया गया था। वहीं परिवार से पुलिस की कार्रवाई से नाखुश होकर सोमवार को प्रदर्शन करते हुए पोस्टमार्टम पर रोक लगा दी गई थी। इसके बाद सीबीआई की जांच के आश्वासन के बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम पर हामी भरते हुए इनेलो नेता नफे सिंह राठी के शव का अंतिम संस्कार किया था।