Haryana Politics : भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष एवं कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री चुन लिए गए हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया। अब नायब सिंह सैनी सरकार बनाने का दावा करने राजभवन पहुंच चुके हैं। वह शाम 5 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। वहीं नायब सिंह सैनी ने विधायक दल का नेता चुने जाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि हरियाणा की राजनीति से जुड़ी एक और बड़ी खबर में सामने आ रही है। भाजपा हरियाणा में जिला कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी पर मेहरबान नजर आ रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के करीबी माने जाने वाले नायब सैनी को 27 अक्तूबर 2023 को हरियाणा का प्रदेशध्यक्ष नियुक्त किया गया था। इसके बाद नायब सैनी का प्रमोशन जारी है। अब पार्टी ने नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर एक और सौगात देने का काम किया है। बता दें कि हरियाणा के मुख्यमंत्री बनने जा रहे नायब सैनी की पत्नी सुमन सैनी ने जिला परिषद चुनाव में चौथा स्थान प्राप्त किया था।

चंडीगढ़ में हरियाणा निवास पर भाजपा विधायक दल की बैठक में प्रदेशाध्यक्ष नायब सिंह सैनी के नाम पर विधायक दल के नेता की मुहर लगा दी गई है। इस बैठक में विधायकों के साथ पर्यवेक्षक अर्जुन मुंडा, तरुण चुघ और हरियाणा भाजपा प्रभारी बिप्लव देव भी शामिल हुए। इस दौरान विधायकों ने नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री का दावेदार चुन लिया है। नायब सिंह सैनी सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन के लिए निकल चुके हैं।

गौरतलब है कि ओबीसी समुदाय से संबंध रखने वाले नायब सिंह सैनी को अक्तूबर 2023 में प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का विश्वासपात्र माना जाता है। सैनी को संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। वर्ष 1996 में उन्हें हरियाणा बीजेपी के संगठन में जिम्मेदारी दी गई थी। उसके बाद वर्ष 2002 में नायब सैनी अंबाला बीजेपी युवा मोर्चा के जिला महामंत्री बने थे।

इसके बाद वर्ष 2005 में नायब सिंह सैनी भाजपा अंबाला युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बनें। इसके बाद उन्हें भाजपा हरियाणा किसान मोर्चा का प्रदेश महामंत्री भी बनाया गया। वर्ष 2012 में नायब सैनी का प्रमोशन हुआ और उन्हें अंबाला का जिला अध्यक्ष बना दिया गया। वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी को नारायणगढ़ से टिकट दिया गया और वह जीतकर विधानसभा पहुंच गए। बता दें कि नायब सिंह सैनी को मनोहर लाल खट्टर के करीबी होने का भी फायदा मिला है। वर्ष 2016 में उन्हें खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब सिंह सैनी को कुरुक्षेत्र से टिकट दिया गया और वह सांसद बन गए।

वहीं हरियाणा राज भवन में सुरक्षा के इंतजाम खड़े कर दिए गए हैं। डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंच गई है l हालांकि अभी यह स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है कि शाम को मुख्यमंत्री अकेले शपथ लेंगे या फिर रणजीत सिंह चौटाला सहित दो उपमुख्यमंत्री के रूप में एक और विधायक शपथ लेंगे। वहीं अनिल विज विधायक दल की बैठक छोड़कर बाहर निकल गए। वह सरकारी गाड़ी छोड़कर अपनी निजी कार से रवाना हो गए हैं।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की एक अहम बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में बैठक हरियाणा निवास में हो रही है। जिसमें भाजपा के सभी विधायक, मंत्री मौजूद हैं। इस्तीफे के बाद भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश करेगी। सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ 5 उनके करीबी मंत्री पद की शपथ लेंगे। राजभवन में शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे।

हरियाणा में करीब साढ़े 4 साल से बरकरार भाजपा-जजपा का गठबंधन आज टूट चुका है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ राजभवन पहुंचकर अपने मंत्रिमंडल के साथ सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। बताया जा रहा है कि शाम 5 बजे शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया जाएगा।

वहीं हरियाणा में नए सिरे से सरकार के शपथ लेने के बाद जाट समुदाय से नया डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। अभी तक दुष्यंत चौटाला जाट समुदाय से थे और उनको डिप्टी सीएम का पद दिया गया था। अब भाजपा और जजपा का गठबंधन टूट चुका है। ऐसे में भाजपा से किसी जाट विधायक को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। वहीं मनोहर लाल पंजाबी समुदाय से हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दुष्यंत चौटाला के दादा रणजीत सिंह चौटाला को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है।

वहीं जननायक जनता पार्टी (जजपा) ने दिल्ली में बैठक बुलाई है। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के आवास पर चर्चा में पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक शामिल होंगे। जजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला अपने दिल्ली आवास पर पहुंचे हैं। बैठक में लोकसभा चुनाव समेत राजनीतिक समीकरणों पर चर्चा की संभावना है। वहीं भाजपा से गठबंधन टूटने के बाद जजपा में बगावत शुरू हो गई है। बैठक में सभी 10 विधायकों में से 5 वहां नहीं पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार यह सभी चंडीगढ़ में भाजपा के संपर्क में हैं।