हरियाणा के महेद्नगढ़ के नारनौल में फल और सब्जी मंडी यूनियन के आह्वान पर बुधवार को सब्जी मंडी पूरी तरह से बंद रही। सब्जी मंडी के व्यापारी हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड पंचकूला की ओर से जारी की गई नई अधिसूचना का विरोध कर रहे हैं। इस अधिसूचना के अनुसार अब सब्जी और फल विक्रेताओं को सालाना फीस एक साथ जमा करवानी होगी। इसके लिए व्यापारीयों को अलग-अलग स्लैबों में फीस चुननी होगी, जिसकी जानकारी स्वैच्छिक घोषणा के आधार पर देनी होगी।
सब्जी मंडी आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान अजीत सिंह ने बैठक में बताया कि हरियाणा सरकार ने काले कानून के तहत फल और सब्जी विक्रेताओं को बड़े से छोटे व्यापारीयों, चाहे वे आढ़ती से छोटे रेहड़ी वाले हों या फड़ी वाले, सभी पर असर डाला है। सरकार ने मार्केट फीस, स्लैब सिस्टम, लाइसेंस फीस, और किराया लेने के विरोध में सब्जी मंडी के मुख्य गेट को बंद करके सभी आढ़ती और दुकानदारों को बैठा रखा है। उन्होंने सरकार के काले कानून के खिलाफ नारे भी लगाए। सब्जी व्यापारियों द्वारा की गई हड़ताल के कारण शहर की मुख्य नई सब्जी मंडी के अलावा आजाद चौक स्थित पुरानी सब्जी मंडी भी बंद रही। इसके कारण शहर के विभिन्न स्थानों पर फल और सब्जी बेचने वाले भी हड़ताल में शामिल हो गए, जिसके चलते लोगों को फल और सब्जी नहीं मिले।